Rajasthan सरकार अपनाएंगी यूपी मॉडल, महिला सुरक्षा के लिए वरदान साबित होगा ये फैसला
राजस्थान सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए यूपी के 1090 मॉडल को अपनाने का निर्णय लिया है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस कदम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस मॉडल की विशेषताएं और राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।

जयपुर। उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने 1090 जैसे कई मॉडल पेश किये हैं। जो सफल होते भी दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब राजस्थान सरकार भी अब ये मॉडल फॉलो करेगी। जिस पर यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए अपना रिएक्शन दिया है। अखिलेश यादव ने लिखा- सपा के कार्यकाल में यूपी में शुरू की गई 1090 मॉडल को अब राजस्थान सरकार भी प्रदेश में अपना रही है। उम्मीद करते हैं, यूपी की तरह दूसरें प्रदेशों में भी ये सार्थक और प्रभावकारी साबित होगी।
एक्टिव दिख रही राजस्थान पुलिस
बता दें, यूपी सरकार की 1090 वुमन पॉवर लाइन मॉडल को देखते हुए राजस्थान सरकार इसे लागू करना चाहती हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 मॉडल पर विचार किया जा रहा है। जिसकी बारिकियां समझने के लिए राजस्थान पुलिस के कई अधिकारी यूपी भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कार्यप्रणाली समेत कई विषयों पर लंबी चर्चा की। जिसके बाद अब इसे सूबे में लागू किया जा सकता है।
आखिर क्या है 1090?
यूपी सरकार ने महिला अपराधों को रोकने के लिए 2012 में वुमन पॉवर लाइन 1090 की स्थापना की था। जो लगभग 15 सालों से सक्रिय है। इसे और भी ज्यादा एक्टिव बनाने के लिए वुमन सिक्योरिटी एप 1090 लागू किया। इस सेवा के तहत कोई महिला अपने साथ होने वाले अपराधों के बारे में यहां शिकायत दर्ज करा सकती हैं। इसके लिए उन्हें कोई शुल्क भी नहीं देना होगा। फोन में महिलाओं की पहचान गोपनीय रखी जाती है, साथ ही उन्हें पुलिस या फिर थाने नहीं बुलाया जाता है।