1 अप्रैल से बढ़ जाएगी राजस्थान में सफर करने की कीमत, महंगा हो जाएगा टोल टैक्स, जानिए क्यों बढ़ाई गई कीमत
राजस्थान में सफर करने वाले वाहन चालकों को अब जयपुर-अजमेर हाईवे पर अधिक टोल टैक्स चुकाना होगा। गाड़ियों पर 10 रुपए से लेकर 70 रुपए तक का अतिरिक्त भार पड़ेगा। नया रेट आज आधी रात 12 बजे से लागू होंगी। राजस्थान से गुजर रहे करीब 11 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवेज पर बने 140 में से 100 से ज्यादा टोल प्लाजाओं पर टोल दरें बढ़ाई गई हैं।

साल 2025 के तीन महीने बस कुछ ही देर में बीतने वाले हैं। नए महीने के साथ ही रातों-रात राजस्थान में सफर करना और भी महंगा होने वाली है। देश के सबसे बड़े सूबे में ट्रोल का चार्ज बढ़ने वाला है। अब निवासियों को ट्रेवल के ज्यादा कीमत चुकानी होगी। क्या है पूरी खबर..जानिए विस्तार में...
राजस्थान में सफर करना हुआ महंग
राजस्थान में सफर करने वाले वाहन चालकों को अब जयपुर-अजमेर हाईवे पर अधिक टोल टैक्स चुकाना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाड़ियों पर 10 रुपए से लेकर 70 रुपए तक का अतिरिक्त भार पड़ेगा। नया रेट आज आधी रात 12 बजे से लागू होंगी। राजस्थान से गुजर रहे करीब 11 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवेज पर बने 140 में से 100 से ज्यादा टोल प्लाजाओं पर टोल दरें बढ़ाई गई हैं। टोल की दरों में वर्तमान दरों के मुकाबले आधा प्रतिशत से लेकर करीब 10 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है।
जानिए कितनी हुई दो मुख्य टोल में भरने की कीमत
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के जयपुर-अजमेर हाईवे पर दो मुख्य टोल प्लाजा हैं, जो ठिकरिया और बड़गांव-किशनगढ़ में स्थित है।नए रेट के मुताबिक, ठिकरिया टोल प्लाजा पर कार का 85 रुपए से 95 रुपए, हल्के कमर्शियल गाड़ी और मिनी बस के लिए 140 रुपए से 155 रुपए, बस और ट्रक के लिए 295 रुपए से 330 रुपए, 3XL वाले कमर्शियल वाहन के लिए 320 रुपए से 360 रुपए, हैवी व्हीकल (4 से 6 एक्सल) के लिए 460 से 515 रुपये और 7 एक्सल से अधिक के वाहन के लिए 560 से 630 रुपए कर दिए गए हैं। इसी के साथ ही बड़गांव-किशनगढ़ टोल पर कार के लिए 55 से 60 रुपये तय किए गए हैं।
क्यों बढ़ा टैक्स
टोल दरों में बढ़ोतरी इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार परियोजनाओं की वजह से की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, NHAI का कहना है कि टोल दरों में बढ़ोतरी इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार परियोजनाओं की वजह से हुआ है। अजमेर रोड पर पिछले 4 सालों में कुल 10 फ्लाईओवर बनाए जा चुके हैं, जिसमें भांकरोटा, हीरापुरा, दहमीकलां, महलां, नर्सिंगपुरा, गाडोता, सावरदा, पाडासोली, मोखमपुरा और बांदर सिंदरी हैं। NHAI के अधिकारियों का कहना है कि हर साल 1 अप्रैल से टोल दरों में संशोधन किया जाता है और इस बार भी निर्धारित प्रक्रिया के तहत यह बढ़ोतरी की गई है। इसको लेकर दावा किया गया है कि उच्च रखरखाव लागत और नए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास कार्यों के चलते टोल बढ़ाना जरूरी हो गया था।