प्रदूषण पर आई रिपोर्ट ने डराया, टॉप के शहरों में तीन राजस्थान के शहरों का नाम, देखिए लिस्ट...
रिपोर्ट में एयर पॉल्युशन पर काफी जोर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयर पॉल्यूशन भारत में स्वास्थ्य पर एक बड़ा बोझ बना हुआ है, जो इंसानों की उम्र 5.2 सालों तक कम कर रहा है। भारत के 35 प्रतिशत शहरों में PM2.5 का लेवल WHO के दिशा-निर्देशों से 10 गुना ज्यादा है।

साल दर साल बढ़ता प्रदुषण लोगों के लिए मुश्किल का सबब बना हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही अगल-बगल के राज्य भी प्रदुषण की चपेट में है। इस बार दुनिया के सबसे प्रदुषित शहरों की लिस्ट ने सभी को चौंका दिया है, क्योंकि राजधानी दिल्ली के साथ ही देश के सबसे बड़े सूबे राजस्थान में प्रदुषण का स्तर बढ़ा है।
टॉप 25 शहरों में तीन शहर राजस्थान के..
दुनिया के सबसे प्रदूषित 25 शहरों की लिस्ट में राजस्थान के तीन शहर शामिल हैं। इसमें 16वें नंबर पर श्रीगंगानगर, 19वें नंबर पर भिवाड़ी और 21वें नंबर पर हनुमानगढ़ शहर का नाम है। ये तीनों ही जगहें NCR रीजन से लगते हुए शहर हैं। इस वजह से प्रदेश के बाकी शहरों की तुलना में यहां पॉल्यूशन सबसे ज्यादा है। बता दें ये रैंकिंग IQAir की 2024 वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दी गई है। इस लिस्ट में मेघालय का बर्नीहाट शहर दुनिया में सबसे प्रदूषित है। वहीं देश की राजधानी नई दिल्ली इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है।
एयर पॉल्युशन घोट रहा लोगों का दम
रिपोर्ट में एयर पॉल्युशन पर काफी जोर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयर पॉल्यूशन भारत में स्वास्थ्य पर एक बड़ा बोझ बना हुआ है, जो इंसानों की उम्र 5.2 सालों तक कम कर रहा है। भारत के 35 प्रतिशत शहरों में PM2.5 का लेवल WHO के दिशा-निर्देशों से 10 गुना ज्यादा है। इन शहरों में पॉल्यूशन गाड़ियों-फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं, कंस्ट्रक्शन के दौरान उड़ने वाली धूल और फसलों के जलाने की वजह से बढ़ता जा रहा है।
बता दें, अक्टूबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने 'साफ हवा में सांस लेना एक मौलिक अधिकार है' बयान दोहराते हुए, और दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान को प्रदूषण के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आदेश दिया था ।नवंबर की सुनवाई में कोर्ट ने खतरनाक वायु गुणवत्ता वाले दिनों में प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को लागू करने में "गंभीर चूक" के लिए दिल्ली के अधिकारियों की तीखी आलोचना की थी।
WHO की रिपोर्ट डराने वाली
WHO की मानें, तो साल 2021 में 81 लाख लोगों की मौत एयर पॉल्यूशन की वजह से हुई थीं। जिनमें से 58 प्रतिशत PM2.5 के संपर्क में आने से हुईं। संयुक्त राष्ट्र ने स्वच्छ हवा को सार्वभौमिक मानव अधिकार घोषित किया है, जो भारत के वायु प्रदूषण संकट से निपटने के लिए मजबूत नीतियों और प्रवर्तन की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। लेकिन प्रदूषण के स्तर को कम करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम जैसे सरकारी उपायों के बावजूद, असंगत नीति कार्यान्वयन और अपर्याप्त बुनियादी ढांचे के कारण चुनौतियां बनी हुई हैं।
दुनिया के टॉप-20 प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में
बर्नीहाट (मेघालय)
दिल्ली
मुल्लांपुर (पंजाब)
फरीदाबाद (हरियाणा)
लोनी (गाजियाबाद)
नई दिल्ली (दिल्ली)
गुरुग्राम (हरियाणा)
गंगानगर (राजस्थान)
ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश)
भिवाड़ी (राजस्थान)
मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)
हनुमानगढ़ (राजस्थान)
नोएडा (उत्तर प्रदेश)