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हनीट्रैप में फंसा रेलवे कर्मचारी, ISI के लिए कर रहा था जासूसी! ऐसे खुली गद्दारी की पोल

Honeytrap Rajasthan News: राजस्थान के महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे कर्मचारी भवानी सिंह पाकिस्तान की लड़की के हनीट्रैप में फंसकर ISI के लिए जासूसी कर रहा था. सेना की गोपनीय जानकारी लीक करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.

हनीट्रैप में फंसा रेलवे कर्मचारी, ISI के लिए कर रहा था जासूसी! ऐसे खुली गद्दारी की पोल
ISI के जाल में फंसा रेलवे कर्मचारी.

जयपुर: देश की मिट्टी में पला-बढ़ा, लेकिन दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता था. बीकानेर के महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात भवानी सिंह, जो रेलवे में प्वाइंटमैन की जिम्मेदारी संभाल रहा था, असल में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का मोहरा बन चुका था. हनीट्रैप और पैसों के लालच में आकर उसने अपने ही देश के साथ गद्दारी की. सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां दुश्मन देश तक पहुंचा दीं. लेकिन राजस्थान इंटेलिजेंस के जाल में फंसकर उसकी ये गद्दारी बेनकाब हो गई.

ऐसे खुला इस "मुल्क गद्दार" का राज
राज्य विशेष शाखा, जयपुर लंबे समय से संदिग्ध जासूसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही थी. इसी दौरान महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात भवानी सिंह की संदिग्ध हरकतें सामने आईं. महाजन स्टेशन कोई आम जगह नहीं, बल्कि भारतीय सेना के लिए एक रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण केंद्र है. यही से सेना के बड़े मूवमेंट और सैन्य सामग्री की आवाजाही होती है. लेकिन भवानी सिंह ने इसे ही अपनी "जासूसी मंडी" बना दिया था.

जांच में सामने आया कि वह सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की एक महिला एजेंट के संपर्क में था. ये कोई आम दोस्ती नहीं, बल्कि ISI द्वारा बिछाया गया खतरनाक हनीट्रैप था. पहले दोस्ती, फिर भावनात्मक खेल और फिर पैसे का लालच, जिसमें भवानी सिंह इस जाल में पूरी तरह फंस चुका था. धीरे-धीरे वह सेना से जुड़ी अत्यंत गोपनीय जानकारियां लीक करने लगा.

भवानी सिंह की गिरफ्तारी
भवानी सिंह के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उसे संयुक्त पूछताछ केंद्र जयपुर लाया गया, जहां देश की शीर्ष खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने उससे कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है. जांच इस ओर भी इशारा कर रही है कि भवानी सिंह अकेला नहीं था. इसके पीछे पूरा जासूसी नेटवर्क सक्रिय हो सकता है.

अब हाई अलर्ट पर हैं सुरक्षा एजेंसियां
इस घटना के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. सेना और रेलवे से जुड़े संवेदनशील स्थानों की निगरानी बढ़ा दी गई है. खुफिया विभाग इस बात की तहकीकात कर रहा है कि भवानी सिंह ने कितनी और कौन-कौन सी गोपनीय जानकारी दुश्मन को बेची है.