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MP Tigress In Rajasthan: बाघ बढ़ाएंगे राजस्थान की रौनक, MP से आ रही हैं 4बाघिन, जानें इस बड़े कदम का मकसद

Four Tigresses shifted from MP to Rajasthan: मध्य प्रदेश से बाघिनों को राजस्थान लाना बाघ संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. इससे न केवल राजस्थान के जंगलों में बाघों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

MP Tigress In Rajasthan: बाघ बढ़ाएंगे राजस्थान की रौनक, MP से आ रही हैं 4बाघिन, जानें इस बड़े कदम का मकसद

MP to Rajasthan Tigress Transfer: राजस्थान में बाघों की घटती संख्या को लेकर सरकार और वन विभाग गंभीरता से काम कर रहे हैं. इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश से चार बाघिनों को राजस्थान लाने की तैयारी की जा रही है. इस पहल का उद्देश्य राज्य के टाइगर रिजर्व्स में बाघों की संख्या बढ़ाकर उनकी प्रजाति को संरक्षित करना है.

कहां शिफ्ट होंगी बाघिनें?
राजस्थान के दो प्रमुख टाइगर रिजर्व्स में इन बाघिनों को शिफ्ट किया जाएगा:

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी: यहां तीन बाघिनों को लाया जाएगा.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, कोटा: एक बाघिन यहां शिफ्ट होगी.
यह पहली बार है जब राजस्थान में किसी अन्य राज्य से बाघिनों को लाकर यहां के टाइगर रिजर्व्स को आबाद किया जा रहा है.

राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति
पिछले साल अगस्त में, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने मध्य प्रदेश से राजस्थान, छत्तीसगढ़, और ओडिशा में बाघों को शिफ्ट करने की मंजूरी दी थी.

पर्यावरणविदों की चिंताएं
हालांकि, बाघों के इस ट्रांसफर को लेकर पर्यावरणविदों ने कुछ सवाल उठाए हैं.

फाइब्रोमा बीमारी का खतरा: भोपाल सर्कल के रतपानी टाइगर रिजर्व में कुछ बाघ इस बीमारी से प्रभावित हैं. यह एक त्वचा संबंधी बीमारी है जो बाघों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है.
सावधानी बरतने की जरूरत: पर्यावरण कार्यकर्ता अजय दुबे ने सुझाव दिया है कि केवल पूरी तरह से स्वस्थ बाघिनों को ही शिफ्ट किया जाना चाहिए ताकि अन्य बाघों और इन बाघिनों की सेहत को कोई खतरा न हो.

स्वास्थ्य जांच पर खास ध्यान
राजस्थान के वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसफर से पहले सभी बाघिनों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी. केवल उन बाघिनों को चुना जाएगा जो पूरी तरह स्वस्थ और बीमारी से मुक्त हों. इसके साथ ही शिफ्टिंग प्रक्रिया के दौरान सभी जरूरी सावधानियां बरती जाएंगी.

नए टाइगर रिजर्व्स को मिलेगा जीवन
इस कदम का उद्देश्य राजस्थान के नए टाइगर रिजर्व्स को आबाद करना है.

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व: यह हाल ही में राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व घोषित हुआ है.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व: यह रिजर्व भी बाघों की संख्या बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है.
बाघ संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम
मध्य प्रदेश से बाघिनों को राजस्थान लाना बाघ संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. इससे न केवल राजस्थान के जंगलों में बाघों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.