Kota Suicide केस पर राहुल कस्वां का बड़ा बयान ! सरकार से पूछे तीखे सवाल , यहां पढ़ें पूरी खबर
कोटा में छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं से चिंतित हैं? जानिये क्या हैं कारण। 2025 में 7 छात्रों की मौत और कोचिंग सेंटरों पर गहराता संकट। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कभी विश्व प्रसिद्ध रहने वाला कोटा आज बच्चों की मौत का कारण बन गया है। 2025 का पहला महीना भी नहीं बीता और परीक्षा की तैयारी कर रहे सात बच्चों ने मौत को गले लगा लिया। सत्तारूण पार्टी के कई नेता यहां तक खुद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर इस पर चिंता जा चुके हैं तो दूसरी ओर अब चुरू सीट से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वह कोटा में बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर चिंता जाहिर करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान वह भजनलाल सरकार को भी घेरते नजर आएं।
अभिभावकों को दी नसीहत
कोटा, जयपुर जैसे शहरों में अध्ययनरत बच्चों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। हम सभी के लिए यह बेहद चिन्ताजनक और आत्ममंथन का विषय है। सरकार और प्रशासन इस अत्यंत संवेदनशील विषय पर गंभीरता दिखाए यह तो जरूरी है ही; साथ में हर अभिभावक और शिक्षण संस्थान को भी… pic.twitter.com/7iipxYPgK8
— Rahul Kaswan (@RahulKaswanMP) January 28, 2025
कस्वां ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा-कोटा और जयपुर जैसे शहरों में लगातार छात्रों तक सुसाइड करने की मामले बढ़ते जा रहे हैं। ये आने भविष्य के लिए बेहद चिंताजनक है। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए, सरकार मौन धारण करे है इस संवेदनशील मुद्दे पर अतिशीघ्र मंथन करने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने अभिवावकों से भी अपील की, बच्चों की भावनाओं को समझें और उनपर किसी तरह का प्रेशर न डालें।
कोटा आने से डर रहे बच्चे !
बता दें, 2025 के पहले महीने जनवरी में अभी तक कोटा से लगभग 7 छात्रों सुसाइड कर चुके हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं, 2024 में कोटा में 13 सुसाइड केस सामने आये थे। तो 2023 में छात्रों की मौत का आंकड़ा 27 था। वहीं, जो कोटा पहले छात्रों से गुलजार रहता था, अब वो खाली है। यहां पर दो साल पहले आने वाले छात्रों की संख्या 2 लाख के करीब होती थी जो 2024 में 60 हजार के करीब पहुंच गई। इससे शहर की अर्थव्यस्था को भी तगड़ा झटका लगा है।