जेईएन के फर्जी साइन घोटाले पर बढ़ा बवाल, मिर्धा-बेनीवाल-डांगा ने सरकार को घेरा!
JEN Fake Signature Scandal: राजस्थान में जेईएन (जूनियर इंजीनियर) के फर्जी साइन मामले ने अब बड़ा राजनीतिक रूप ले लिया है. इस मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और कई बड़े नेता एक मंच पर आकर सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं.

Fake Signature Scandal: राजस्थान में जेईएन (जूनियर इंजीनियर) के फर्जी साइन मामले ने अब बड़ा राजनीतिक रूप ले लिया है. इस मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और कई बड़े नेता एक मंच पर आकर सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब एक सरकारी दस्तावेज पर जेईएन के फर्जी साइन किए जाने का मामला सामने आया. इस घोटाले के खुलासे के बाद प्रशासन और विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे. इस मुद्दे ने जनता के बीच भी नाराजगी बढ़ा दी है.
एक मंच पर आए मिर्धा, बेनीवाल और डांगा
इस मामले को लेकर अब राजनीतिक दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हनुमान बेनीवाल, कृष्णा पूनिया मिर्धा और हरेंद्र मिर्धा इस मुद्दे पर साथ आए हैं और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने प्रशासन पर पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
सरकार पर विपक्ष का हमला
मिर्धा, बेनीवाल और डांगा ने सरकार से मांग की है कि इस घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. विपक्ष का कहना है कि अगर इस मामले को जल्द नहीं सुलझाया गया, तो जनता के बीच सरकार की साख और गिर जाएगी.
जनता में बढ़ रहा आक्रोश
इस घोटाले को लेकर स्थानीय जनता में भी काफी आक्रोश है. लोग सवाल कर रहे हैं कि अगर सरकारी दस्तावेजों में इस तरह की धांधली हो रही है, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा?