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राजस्थान में मदरसा विवाद ने पकड़ा तूल, मुस्लिम पिता का मौलाना पर गंभीर आरोप, BJP विधायक ने मांगी जांच

Jaipur Madarsa Case: जयपुर में मदरसा विवाद ने तूल पकड़ा, मुस्लिम पिता ने बेटी के अपहरण और जबरन निकाह का आरोप लगाया। विधायक बाल मुकुंदाचार्य ने जांच की मांग की।

राजस्थान में मदरसा विवाद ने पकड़ा तूल, मुस्लिम पिता का मौलाना पर गंभीर आरोप, BJP विधायक ने मांगी जांच
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राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक बार फिर मदरसों को लेकर सियासत गर्मा गई है। आरोपों का सिलसिला एक आम मुस्लिम पिता से शुरू हुआ, लेकिन अब यह मामला सीधे सरकार के दरवाजे तक पहुंच गया है। जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके में रहने वाले मजीदउल्ला खान ने स्थानीय मदरसे के मौलाना पर न सिर्फ उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसला कर भगा ले जाने, बल्कि जबरन निकाह करने का भी आरोप लगाया है।

मजीदउल्ला का कहना है कि उनकी बेटी जल महल के पास स्थित मदरसा नूर-ए-इस्लाम में पढ़ती थी। यहीं से मौलाना मुफ्ती सलीम ने उसे अपने प्रभाव में लेकर अपहरण किया और जबरदस्ती शादी रचा ली। यह मामला यहीं नहीं रुका – उन्होंने आरोप लगाया कि मौलाना पर कई अन्य बच्चियों के साथ भी अनैतिक कृत्य के आरोप हैं और यह मदरसा अवैध रूप से संचालित हो रहा है, बिना किसी वैध पंजीकरण के।

इस घटना से आहत मजीदउल्ला ने न्याय की उम्मीद में भारतीय जनता पार्टी के विधायक बाल मुकुंदाचार्य से संपर्क किया। विधायक ने ना सिर्फ उनका पक्ष सुना बल्कि तुरंत जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने अपने पत्र में यह भी दावा किया कि जयपुर में दर्जनों अवैध मदरसे बिना किसी सरकारी निगरानी के चल रहे हैं, जिनमें कथित रूप से देशविरोधी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है।

विधायक बाल मुकुंदाचार्य पहले भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ, फर्जी आधार कार्ड, और अवैध गतिविधियों के मुद्दे उठाते रहे हैं। अब उन्होंने मदरसों को लेकर मोर्चा खोला है और सरकार से मांग की है कि सभी मदरसों की जांच की जाए – खासकर ऐसे मदरसे जो विदेशों से फंडिंग प्राप्त कर रहे हैं और जिनका रजिस्ट्रेशन संदिग्ध है।

इस मामले ने न केवल राजनीतिक रंग ले लिया है, बल्कि सामाजिक बहस को भी जन्म दे दिया है कि क्या धार्मिक शिक्षा केंद्रों की निगरानी और पारदर्शिता को मजबूत करने की जरूरत है?