सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर अश्लील वीडियो कॉल और ब्लैकमेल... जयपुर में हनीट्रैप गैंग का पर्दाफाश
जयपुर में सोशल मीडिया के जरिए हनीट्रैप रचने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। जानिए कैसे तीन महिलाओं ने युवकों को फंसाकर लाखों की ठगी की।

राजस्थान के जयपुर में एक बार फिर हनीट्रैप का बड़ा मामला सामने आया है। प्रतापनगर पुलिस ने इंटरनेशनल हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये महिलाएं सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवकों से दोस्ती करती थीं और फिर उन्हें अश्लील बातचीत में उलझाकर ब्लैकमेल करती थीं।
इस गिरोह की गिरफ्त में आए एक युवक ने पुलिस को बताया कि कैसे उसे वीडियो कॉल पर अश्लील बातचीत में फंसाया गया और उसकी रिकॉर्डिंग करके 5 लाख रुपये वसूले गए। इसके बाद गिरोह की एक सदस्य ने खुद को पत्रकार बताकर मदद के बहाने उससे 20 हजार रुपये और ऐंठ लिए।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान निशा उर्फ सुप्रिया (दिल्ली), सुषमा चौधरी (उत्तर प्रदेश) और सारिका (जयपुर) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये महिलाएं एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा थीं, जो कई राज्यों में इसी तरह की वारदातों को अंजाम देता था।
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ के निर्देश पर बनी विशेष टीम ने साइबर मॉनिटरिंग और तकनीकी साधनों के जरिए आरोपियों को ट्रेस किया और कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
इस गिरोह का तरीका बेहद सुनियोजित था, सोशल मीडिया पर पहले भावनात्मक जुड़ाव, फिर वीडियो कॉल और फिर ब्लैकमेलिंग। पुलिस का कहना है कि ऐसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और लोग अक्सर शर्म के कारण सामने नहीं आते।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि कोई इस तरह की ठगी का शिकार हुआ है, तो तुरंत सामने आकर शिकायत दर्ज कराएं। सभी से अनुरोध किया गया है कि सोशल मीडिया पर अजनबियों से दूरी बनाए रखें और अपनी निजी जानकारी साझा न करें।