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पहलगाम आतंकी हमला: आतंकियों ने ली जयपुर के नीरज की जान, घर में मचा कोहराम, पत्नी का बुरा हाल

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जिनमें जयपुर के नीरज उड़ने भी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा रद्द कर भारत लौटने का निर्णय लिया और उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठकें आयोजित की गईं।​

पहलगाम आतंकी हमला: आतंकियों ने ली जयपुर के नीरज की जान, घर में मचा कोहराम, पत्नी का बुरा हाल

जयपुर। 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। जहां दहशतगर्दो ने 26 लोगों की जान ले ली। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। पीएम मोदी सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे को स्थगित कर भारत वापस लौट आए तो रक्षा मंत्रालय की एक के बाद एक हाई लेवल मीटिंग चल रही है। इस हमले में जयपुर के नीरज उधवानी की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है उनका शव आज शाम को जयपुर स्थित घर पहुंच सकता है। नीरज कश्मीर घूमने गए थे। परिवार वालों को घटना की सूचना मिली तो नीरज से संपर्क करने का प्रयास किया गया हालांकि संपर्क नहीं हो पाया बाद में पत्नी ने फोन कर पति की मौत की खबर दी। 

नाम पूछा और फिर मार दी गोली 

बताया जा रहा है, नीरज दुबई में रहते हैं वह पत्नी के साथ दोस्त की शादी में आए थे। जिसके बाद दोनों का कश्मीर घूमने का प्लान था। जैसे ही नीरज की मौत की खबर उनके परिवार को लगी कोहराम मच गया। नीरज 16 अप्रैल को भारत आए थे। शादी अटैंड करने के बाद वह शिमला कश्मीर और चंडीगढ़ घूमने वाले थे। 21 अप्रैल को श्रीनगर घूमने के बाद पति-पत्नी पहलगाम गए और आतंकियों की क्रूरता का शिकार हो गए। 

आतंकी हमले से देश स्तब्ध 

गौरतलब है, यह हमला कहीं और नहीं बल्कि कश्मीर के अंदर घुसकर किया गया है। जहां पर यह हमला हुआ वह जगह घने देवदार के पेड़ों से ढकी हुई हैष जहां पर पर्यटक और ट्रैक्टर्स घुड़सवारी या फिर ट्रैकिंग करना पसंद करते हैं। इसे मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। आतंकवादी सेवा की वर्दी में वहां पहुंचे और पर्यटकों का नाम पूछने लगे। इसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई। बता दें, 2019 में हुए पुलवामा अटैक के बाद यह अभी तक का घाटी में हुआ दूसरा सबसे बड़ा हमला है। जिसमें 26 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घटना की जिम्मेदारी TRF ने ली है हालांकि एजेंसी को लश्कर-ए-तैयबा शक है। तीनों सेनाओं को हाईलाइट पर रखा गया है जबकि पूरा कश्मीर हाई अलर्ट पर है जब इसे इतर घाटी के संवेदनशील इलाकों में जवानों ने कमान संभाल ली है।