पूर्व विधायक बलजीत यादव और उनके करीबियों के ठिकानों पर ED का छापा, जानिए क्या-क्या मिला छापेमारी में
ED ने बहरोड़ के पूर्व विधायक बलजीत यादव के कई ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के चलते छापेमारी की है। इस दौरान ED को काफी कुछ बरामद भी हुआ है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्कूलों के लिए खेल उपकरण खरीद में कथित MLA-LD फंड घोटाले से संबंधित धन शोधन जांच के सिलसिले में बहरोड़ के पूर्व विधायक बलजीत यादव और उनसे जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं से जुड़े राजस्थान और हरियाणा में नौ परिसरों पर छापेमारी की है।
छापेमारी में क्या-क्या मिला ED को ?
ED ने एक बयान में कहा कि तलाशी अभियान के दौरान 31 लाख रुपये नकद, आपत्तिजनक दस्तावेज और कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं।बता दें कि ED ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और राजस्थान सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता अधिनियम की कई धाराओं के तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB), जयपुर के जरिए दर्ज की गई FIR के आधार पर जांच शुरू की है।
क्या है पूरा मामला ?
ED ने जो जानकारी साझा की है उसके आधार पर FIR दर्ज की गई। ED ने दावा किया कि जांच में पता चला है कि बलजीत यादव ने कथित तौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र के तहत 32 स्कूलों के लिए खेल उपकरण खरीदने की सिफारिश की थी।
कथित तौर पर पूर्व विधायक के सहयोगियों के नाम पर गठित पसंदीदा संस्थाओं मेसर्स बालाजी कम्प्लीट सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स सूर्या एंटरप्राइजेज, मेसर्स राजपूत स्पोर्ट्स एंटरप्राइजेज और मेसर्स शर्मा स्पोर्ट्स एंटरप्राइजेज को तमाम मानदंडों का उल्लंघन करते हुए निविदाएं प्रदान की गईं।
ED ने कहा कि स्कूलों को आपूर्ति किए गए खेल उपकरण कथित रूप से खराब क्वालिटी वाले पाए गए और बढ़ी हुई कीमतों पर उपलब्ध कराए गए थे । ED ने कहा कि इन संस्थाओं को दिए गए MLA-LD फंड को बलजीत यादव के रिश्तेदारों और सहयोगियों को उनके गलत लाभ के लिए डायवर्ट किया गया। वहीं दूसरी ओर ED के आरोपों पर यादव की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं एजेंसी ने कहा है कि आगे की जांच जारी है।