Rajasthan में एक्शन मोड पर ED, पूर्व विधायक बलजीत यादव के 9 ठिकानों पर छापा, MLA-LAD फंड घोटाले में बड़ी कार्रवाई
Rajasthan ED Raid : इस छापेमारी में ईडी ने 31 लाख रुपये नकद, कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। ये सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि विधायक निधि का दुरुपयोग कर स्कूलों के लिए खेल सामग्री खरीदने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई।

Rajasthan ED Raid : ED ने राजस्थान के जयपुर और दौसा तथा हरियाणा के रेवाड़ी में नौ स्थानों पर छापेमारी की। ये कार्रवाई पूर्व विधायक बलजीत यादव (बेहरोड़ विधानसभा क्षेत्र, जिला अलवर) और उनसे जुड़े व्यक्तियों एवं संस्थाओं के ठिकानों पर की गई। ये छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की जांच के तहत की गई, जो विधायक निधि (MLA-LAD) का खेल सामग्री खरीद में घोटाले से संबंधित है।
31 लाख रुपये नकद और अहम दस्तावेज बरामद
इस छापेमारी में ईडी ने 31 लाख रुपये नकद, कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। ये सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि विधायक निधि का दुरुपयोग कर स्कूलों के लिए खेल सामग्री खरीदने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई। ईडी ने कहा कि इस घोटाले में काले धन को सफेद बनाने की साजिश रची गई थी।
ED, Jaipur has conducted search operations on 24.01.2025 at nine locations in Jaipur, Dausa (Rajasthan) and Rewari (Haryana) covering premises of Baljeet Yadav, Ex-MLA from Behror constituency, Dist.-Alwar, Rajasthan and his related persons/entities under the provisions of…
— ED (@dir_ed) January 27, 2025
MLA-LAD फंड घोटाला: क्या है मामला?
मामले की जांच से ये सामने आया है कि स्कूलों के लिए खेल उपकरण खरीदने के नाम पर विधायक निधि का दुरुपयोग किया गया। उपकरणों की खरीद में बड़ी धांधली हुई, जिसमें फर्जी बिलिंग और धनराशि को निजी खातों में ट्रांसफर करने जैसे मामले शामिल हैं।
राजनीति में भ्रष्टाचार पर सवाल
बलजीत यादव, जो बेहरोड़ के पूर्व विधायक हैं, पर पहले भी कई विवादित आरोप लग चुके हैं। लेकिन इस बार विधायक निधि के कथित घोटाले ने राजनीति में भ्रष्टाचार को एक बार फिर उजागर कर दिया है। इस घोटाले ने ये सवाल खड़ा कर दिया है कि जनहित के लिए दिए गए फंड का इस्तेमाल आखिर कहां और कैसे हो रहा है।
आगे की जांच जारी
ईडी ने जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अन्य संबंधित व्यक्तियों से भी पूछताछ की जा सकती है। ईडी ने संकेत दिए हैं कि इस घोटाले से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।