Delhi-Mumbai Expressway Complete: जयपुर से दिल्ली-मुंबई जाना हुआ आसान, एक्सप्रेसवे का काम लगभग पूरा
Jaipur to Delhi Mumbai expressway: दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. फरवरी के अंत तक इस परियोजना को अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

NH44 expressway Jaipur connection: दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. फरवरी के अंत तक इस परियोजना को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. बांदीकुई-जयपुर सेक्शन को भी इस एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है, जिससे जयपुर से दिल्ली और मुंबई का सफर बेहद आसान हो जाएगा.
भारतमाला परियोजना का हिस्सा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जो भारतमाला प्रोजेक्ट का हिस्सा है, 66.9 किलोमीटर लंबे बांदीकुई-जयपुर खंड को कवर करेगा. इस खंड को जोड़ने के लिए 5 इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं, जो यात्रा को सुगम और तेज़ बनाएंगे. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, इस खंड का काम 28 फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद है.
काम अंतिम चरण में
यह एक्सप्रेसवे 11 नवंबर 2022 को शुरू हुआ था और 9 नवंबर 2024 तक पूरा होना था. हालांकि, तकनीकी कारणों से इसमें देरी हुई, और जयपुर (बगराना) से बांदीकुई तक का कार्य अभी बाकी है. अब यह काम फरवरी 2025 के अंत तक पूरा होने की संभावना है.
1350 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1350 किलोमीटर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन 12 फरवरी 2023 को राजस्थान के दौसा जिले के धनावड़ में किया था. इस एक्सप्रेसवे का जयपुर-बांदीकुई खंड नेशनल हाईवे NE-4C के जरिए जयपुर से कनेक्ट होगा.
प्रोजेक्ट की लागत और कनेक्टिविटी
एनएचएआई के दौसा प्रोजेक्ट डायरेक्टर बलवीर सिंह यादव ने जानकारी दी कि बांदीकुई से बगराना तक के खंड की कुल लागत 1368 करोड़ रुपए है. यह फॉर-लेन हाईवे लगभग पूरा हो चुका है और फरवरी के अंत तक संचालन के लिए तैयार होगा. इस हाइवे के जरिए जयपुर को सीधे एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिससे राजधानी से सफर और तेज़ हो जाएगा.
यात्रा में होंगे बड़े फायदे
जयपुर से दिल्ली और मुंबई तक की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा. फॉर-लेन एक्सप्रेसवे पर बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. राजस्थान के व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
हाईवे पर 5 इंटरचेंज बनाए जाने से स्थानीय कनेक्टिविटी भी आसान होगी.
फरवरी के अंत तक तैयार होगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पूरा होने से यातायात सुगम होगा और यह परियोजना राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आर्थिक गतिविधियों को गति देने में सहायक होगी. जयपुर से दिल्ली और मुंबई का सफर न केवल आसान होगा, बल्कि समय की बचत के साथ-साथ यात्रा का अनुभव भी बेहतर बनेगा.