बोरवेल में फंसी बच्ची को निकालने का 8वां दिन, रेस्क्यू ऑपरेशन 180 घंटों से जारी
राजस्थान के कोटपुतली में तीन साल की मासूम चेतना 170 फीट गहरे बोरवेल में गिरने के बाद से 8 दिनों से फंसी हुई है। रेस्क्यू टीम लगातार ऑपरेशन में जुटी है, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकला है। बच्ची भूखी-प्यासी इस संकरी जगह में जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। समानांतर बोरवेल की खुदाई की जा रही है, जबकि प्रशासन पर रेस्क्यू में देरी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

राजस्थान के कोटपुतली में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना को 8वां दिन है, जिसको निकालने के लिए रेस्क्यू टीम लगातार काम कर रही है। 170 फीट गहरे बोरवेल में गिरी चेतना को 180 घंटे हो गए हैँ, लेकिन अभी कोई अच्छी खबर नहीं आ पाई है। इसके कारण प्रशासन पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि चेतना को बोरवेल से निकालने के लिए इसके सामानान्तर 170 फीट तक 36 इंच व्यास के दूसरे बोरवेल की खुदाई की जा रही है, इससे ही बालिका को निकाला जाएगा। रेस्क्यू कर रही टीम ने पहले अंदाजा लगाया था कि चेतना को आज दोपहर तक निकाल लिया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। इस ऑपरेशन में जुटे जवानों ने बताया कि करीब 7 फीट से ज्यादा की खुदाई हो चुकी है।
8 दिनों से फंसी बच्ची भूखी प्यासी
बता दें कि ढाणी बडियावाली में तीन साल की चेतना खेल-खेल में 23 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे 150 फीट नीचे बोरवेल में गिर गई थी। तब से लेकर बोरवेल में फंसी बच्ची भूखी प्यासी है, उसमें फंसी बच्ची के पास हिलने डुलने की जगह भी नहीं है। पहले बच्ची को हुक के सहारे निकालने का प्रयास किया गया था, जो कि सफल नहीं हो पाया। इस हुक के सहारे बच्ची को 15 फीट तक निकाल लिया गया था, लेकिन मिट्टी ढहने से रेस्क्यू को रोक दिया था।
पहले भी हो चुकीं ऐसी घटनाएं
इसके पहले भी राजस्थान में बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस पर कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। इस तरह के हादसों में लाखों रुपये भी लगते हैं, इसमें भी कई लाखों पैसे लगाए जा चुके हैं लेकिन की पॉजिटिव खबर नहीं आई है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस प्रशासन और रेस्क्यू टीम के सैंकड़ों अधिकारी लगे हुए हैं।