हिमालय की गोद में बसा एक सुकून भरा स्वर्ग, जहां नदी के बीच नाश्ता है और पहाड़ों की बाहों में सुकून
चैल हिल स्टेशन, साधुपुल और दुनिया के सबसे ऊंचे क्रिकेट ग्राउंड के लिए मशहूर, हिमाचल की गोद में बसा एक सुकून भरा स्वर्ग।

भागदौड़ से भरी जिंदगी में कभी-कभी मन बस यही चाहता है कि कुछ पल किसी ऐसी जगह बिताएं, जहां सिर्फ प्रकृति बोले और आप सुनें। हिमाचल प्रदेश का चैल हिल स्टेशन ठीक वैसी ही जगह है। समुद्र तल से 2250 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह छोटा-सा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन आपकी रूह को वो सुकून देता है, जो शहरी शोर में कहीं खो गया था।
चंडीगढ़ से सिर्फ 110 किलोमीटर दूर स्थित चैल, हरे-भरे देवदारों, नीले आसमान और शांत हवाओं के बीच बसा एक शांत आशियाना है। कहते हैं कि 1893 में पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह जब शिमला से निर्वासित हुए, तब उन्होंने इस स्वर्ग को खोजा था। आज, यह जगह उन तमाम लोगों की पसंदीदा बन चुकी है, जो भीड़ से दूर कुछ सच्चे और सुस्त लम्हों की तलाश में होते हैं।
साधुपुल यहां का वो कोना है, जहां पहुंचकर लगता है मानो समय थम गया हो। एक छोटी सी नदी के बीच बहते पानी में टेबल-कुर्सियां लगाकर चाय पीना या पकौड़ों का लुत्फ उठाना एक ऐसा अनुभव है, जो आपको कहीं और नहीं मिलेगा। यह दृश्य न सिर्फ आंखों को भाता है, बल्कि मन को भी राहत देता है।
चैल की एक और बड़ी खासियत है यहां का क्रिकेट ग्राउंड, जो विश्व का सबसे ऊंचाई पर बना ग्राउंड है। यहां न सिर्फ क्रिकेट, बल्कि पोलो भी खेला जाता है। यह मैदान ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीनों के लिए भी किसी रोमांच से कम नहीं। चैल का मौसम, यहां की हवाएं और हर मोड़ पर फैली हरियाली इसे एक परफेक्ट वीकेंड गेटवे बनाते हैं।
अगर आप उस जगह की तलाश में हैं, जहां प्रकृति की गोद में खुद को फिर से महसूस किया जा सके, तो चैल जरूर जाएं। यहां हर एक सांस ताजगी से भरी होती है और हर दृश्य कैमरे से नहीं, दिल से कैद करने लायक।