जेसीबी की गर्जना से टूटी उम्मीदें...डॉ. कुलदीप शर्मा का आरोप- बिना चेतावनी गिराया मकान
Bulldozer Action Rajasthan: अजमेर के पंचशील में बिना नोटिस घर गिराए जाने पर बवाल। डॉ. कुलदीप शर्मा ने एडीए पर गंभीर आरोप लगाए, तो वहीं ब्राह्मण महासभा ने जताया विरोध.

अजमेर के पंचशील क्षेत्र में एक आम-सी सुबह उस वक्त असामान्य हो गई, जब भारी मशीनों की आवाज ने वहां रहने वालों की नींद तोड़ी। मकान नंबर A-57 पर चल रही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई ने एक पूरे परिवार को हिला कर रख दिया। डॉक्टर कुलदीप शर्मा, जिनका कहना है कि उनके दो नाबालिग बच्चे घर में पढ़ रहे थे, बताते हैं कि एडीए और पुलिस अधिकारियों ने बिना चेतावनी के उन्हें बाहर निकाल दिया और जेसीबी से उनके घर को तोड़ डाला।
एक गलती, जिसने सब कुछ बदल दिया
चार साल पहले नितिन दरगड़ ने नीलामी में 487 वर्ग मीटर का भूखंड खरीदा था। गलती से 90 वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि का आवंटन हो गया। जब उन्होंने भवन निर्माण की स्वीकृति मांगी, तो यह त्रुटि सामने आई और अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। फरवरी में उन्हें नोटिस मिला और 17 मार्च को अतिक्रमण हटाने का आदेश भी जारी हो गया।
जेसीबी की गर्जना से टूटी उम्मीदें
गुरुवार को जब एडीए की टीम पहुंची, तो घर में मौजूद बच्चे कुछ समझ भी नहीं पाए कि बाहर क्या होने वाला है। कुलदीप शर्मा के मुताबिक उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला और न ही वक्त दिया गया कि वे अपना सामान समेट लें। मकान गिराते वक्त उनके साथ धक्का-मुक्की हुई, यह आरोप उन्होंने अधिकारियों पर लगाया।
इस कार्रवाई के विरोध में राजस्थान ब्राह्मण महासभा सामने आई। अध्यक्ष पंडित सुदामा शर्मा ने इसे प्रशासनिक अराजकता बताया और दोषी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की। वहीं, एडीए का कहना है कि कार्रवाई कानूनी थी और नियमों के अनुसार की गई।