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बढ़ती गर्मी के बीच सीएम भजनलाल ने बुलाई बैठक, बोले 15 मई तक पूरे होने चाहिए सारे काम, दिया अल्टीमेटम

पश्चिमी राजस्थान के जिलों में नहरबंदी के दौरान भी पेयजल की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी, इसके लिए उन्होंने स्वयं हनुमानगढ़ और गंगानगर के दौरे के दौरान अधिकारियों से चर्चा कर स्थिति की समीक्षा की है। पीने के पानी की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए नहरबंदी के दौरान पहले माह में आंशिक क्लोजर ही रखा गया है।

बढ़ती गर्मी के बीच सीएम भजनलाल ने बुलाई बैठक, बोले 15 मई तक पूरे होने चाहिए सारे काम, दिया अल्टीमेटम

राजस्थान में पड़ रही गर्मी प्रदेशवासियों के लिए किसी बड़ी समस्या से कम नहीं है। बढ़ते तापमान ने लोगों के लिए कई मुश्किलें खड़ी कर दी, जिसमें पीने के पानी की समस्या अहम है। अप्रैल की शुरुआत है और लोगों ने इस समस्या के समाधान के लिए आंदोलन के साथ ही घेराव करना भी शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से अब भजनलाल सरकार एक्शन में आ गई है। 

सीएम भजनलाल ने दिए निर्देश

राजस्थान में तेजी से बढ़ती गर्मी में लोगों को पेयजल समस्या होने लगी है। यही नहीं लोग अब पेयजल संकट को लेकर आंदोलन और घेराव करना शुरू कर दिया है। ऐसे में सीएम भजनलाल शर्मा ने पेयजल की मांग और उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा के लिए गुरुवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। वहीं, सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि गर्मी में जनता को अगर पानी के लिए परेशान होना पड़ा, तो जिम्मेदार अफसरों की खैर नहीं। सीएम ने अधिकारियों को 15 मई तक का अल्टीमेटम भी दिया है। 

सीएम भजनलाल ने कहा कि हाल के दिनों में गर्मी तेजी से बढ़ी है, ऐसे में आमजन को बढ़ी हुई मांग के अनुसार पर्याप्त पेयजल मुहैया करवाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिला कलक्टर्स कंटीन्जेंसी प्लान के अनुसार पेयजल प्रबंधन स्वयं की देखरेख में सुनिश्चित करें। शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की किसी तरह की किल्लत नहीं होनी चाहिए। अंतिम छोर के उपभोक्ताओं को भी पेयजल की कोई दिक्कत नहीं रहनी चाहिए। गर्मी के मौसम में पीएचईडी के फील्ड अधिकारी एवं कर्मचारी मुख्यालय पर उपस्थित रहें और बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ें।

सीएम भजनलाल ने लगाई फटकार बोले, 15 मई तक पूरे हों सारे काम

प्रदेश में पेयजल के सारे कामों के लिए अल्टीमेटम दिया जा चुका है। सीएम भजनलाल शर्मा ने साफ निर्देश दे दिया है कि गर्मी को देखते हुए नए हैण्डपम्प, नलकूप लगाने, पुराने हैण्डपम्प, नलकूपों की मरम्मत, पाइपलाइनों को दुरस्त करने सहित पेयजल आपूर्ति सुदृढ़ीकरण के सभी कार्य के 15 मई से पहले हर हाल में पूरे किए जाएं। पेयजल समस्या के समाधान के लिए जिला कलक्टरों को एक-एक करोड़ रुपए का अनटाइड फंड उपलब्ध करवाया गया है। अधिकांश जिलों में इस फंड का उपयोग करते हुए स्वीकृतियां जारी कर कार्य शुरू कर दिये गए हैं। उन्होंने शेष जिलों के जिला कलक्टरों को भी स्वीकृतियां शीघ्र जारी कर कार्य दी गई समयसीमा में पूरा करवाने के निर्देश दिए। 

पेयजल को लेकर फुल एक्शन में है सरकार

सीएम भजनलाल ने कहा कि सभी जिलों में गर्मी के दौरान पेयजल आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 142 करोड़ रुपए के 1244 कार्य और शहरी क्षेत्रों में 68 करोड़ रुपए के 153 कार्य स्वीकृत कर जरूरत के अनुसार नलकूपों की गहराई बढ़ाने, पाइप लाइन डालने और बदलने तथा पम्पसेट आदि की मरम्मत के काम करवाए जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश देते हुए साफ कहा है कि जो कार्य अभी तक भी प्रारम्भ नहीं हुए हैं, वो 10 दिन के भीतर शुरू कर आगामी 15 मई से पहले पूरे कर लिए जाएं। अप्रैल से जुलाई तक गर्मी के पीक सीजन में टैंकरों से पेयजल की मांग पूरी करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 82 करोड़ और शहरी क्षेत्र में 25 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी कर दी गई है।  

पश्चिमी राजस्थान के जिलों में नहरबंदी के दौरान भी पेयजल की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी, इसके लिए उन्होंने स्वयं हनुमानगढ़ और गंगानगर के दौरे के दौरान अधिकारियों से चर्चा कर स्थिति की समीक्षा की है। पीने के पानी की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए नहरबंदी के दौरान पहले माह में आंशिक क्लोजर ही रखा गया है और पेयजल के लिए पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। पूर्ण नहरबंदी के समय पेयजल आपूर्ति के लिए पीएचईडी अधिकारियों को जल भंडारण की पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम भजनलाल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने हमारे आग्रह पर जल जीवन मिशन की अवधि वर्ष 2028 तक बढ़ा दी है। अप्रैल में 5 हजार करोड़ के कार्यादेश जारी कर जेजेएम के कार्यों को गति प्रदान की जाए।