राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री के बाद अब सीएम भजनलाल शर्मा को मिली जान से मारने की धमकी, फिर से जेल के अंदर से जुड़े तार
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शुक्रवार सुबह जान से मारने की धमकी मिली है। जानकारी के मुताबिक, सीएम भजनलाल को 14 महीनें में ये चौथी बार जान से मारने की धमकी मिली है। बीकानेर के एसपी कवेंद्र सिंह सागर ने मामले को लेकर बताय है कि ये धमकी एक कैदी द्वारा दी गई, जिसने बिकानेर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री को मारने की धमकी दी।

राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री के बाद अब सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली है। हालांकि, ये पहली बार नहीं जब सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली है। इससे पहले भी उन्हें 4 हार ऐसी धमकी आ चुकी है। क्या है पूरा मामला? जानिए...
सीएम भजनलाल शर्मा की मिली जान से मारने की धमकी
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शुक्रवार सुबह जान से मारने की धमकी मिली है। जानकारी के मुताबिक, सीएम भजनलाल को 14 महीनें में ये चौथी बार जान से मारने की धमकी मिली है। बीकानेर के एसपी कवेंद्र सिंह सागर ने मामले को लेकर बताय है कि ये धमकी एक कैदी द्वारा दी गई, जिसने बिकानेर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री को मारने की धमकी दी। जैसे ही पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई करते हुए जेल पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।
बीकानेर जेल में बंद है धमकी देने वाला आरोपी
सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी का नाम आदिल बताया जा रहा है। वो बीकानेर की जेल में बंद है। पूछताछ में पता चला कि आदिल नशे का आदी है और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याओं से भी जूझ रहा है। इससे पहले भी वो कई बार अपने हाथों की नसें काट चुका है। इस घटना के बाद पुलिस ये जांच कर रही है कि जेल के अंदर मोबाइल फोन आरोपी के पास कैसे पहुंचा।
हाल ही में उप-मुख्यमंत्री को मिली जान से मारने की धमकी
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को भी जयपुर सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि बार-बार मुख्यमंत्री को मिल रही धमकियों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मुख्यमंत्री आवास और उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। राज्य सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जेलों में सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी समीक्षा की जा रही है।