गणंतत्र दिवस के कार्यक्रम में विधायक को नहीं बुलाने पर मचा बवाल, एडीएम संतोष मीणा पर गिरी गाज
डीग में गणतंत्र दिवस समारोह में विधायक शैलेश सिंह को निमंत्रण न भेजने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विधायक की नाराजगी के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए एडीएम संतोष मीणा को एपीओ कर दिया है। इस मामले को लेकर डीग में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

डीग जिले के एडीएम संतोष मीणा का मामला गर्माता जा रहा है, और अब उनको एपीओ भी कर दिया गया है। इस मामले के लिए कहा जा रहा है कि गणतंत्र दिवस पर विधायक को निमंत्रण नहीं देने पर यह कार्रवाई हुई है। इस कार्रवाई के पहले डीग विधायक डॉ शैलेश ने नाराजगी जाहिर करते हुए मीडिया के सामने बयान जारी किया था। इस बयान में उन्होंने कहा था, "मैं अपनी बात को सरकार और मुख्यमंत्री तक पहुंचाऊंगा, जिस तरह मुझे गणतंत्र दिवस समारोह पर नजरअंदाज किया गया है, जो एडीएम ने लापरवाही की है मैं इसकी लिखित में शिकायत करूंगा।"
प्रशासनिक दृष्टि से हुई कार्रवाई
विधायक को समारोह में ना बुलाने में एसडीएम की लापरवाही समझते हुए उच्च अधिकारियों ने और सरकार ने एसडीएम को एपीओ कर दिया गया है। एपीओ मामले पर जिला कलेक्टर उत्सव कौशल ने कहा कि एपीओ की जानकारी हमारे पास आ चुकी है। लेकिन, यह एक प्रशासनिक मामला है। क्यों हुए इस ऑर्डर में लिखा नहीं होता है और इस ऑर्डर में सिर्फ एपीओ आता है, सरकार प्रशासनिक दृष्टि से ही एपीओ करती है।
डीग विधायक को नहीं भेजा निमंत्रण
बता दें कि बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किशन लाल जोशी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह को निमंत्रण नहीं भेजा गया था। लेकिन समाShरोह में विधायक शैलेश बिना बुलाए ही पहुंच गए और उन्होंने एडीएम संतोष मीणा से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इस पर कहा भी कि जिला मुख्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई थी। लेकिन वह इस क्षेत्र के विधायक हैं और उनको ही इस कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गई थी। पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को कैसे सूचना मिली इस तरह का सवाल उठाया गया था।
इस मामले पर विधायक ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि सीएम को लेटर लिखकर वह एडीएम के खिलाफ इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे। एडीएम संतोष मीणा ने इस पर कहा कि निमंत्रण तहसीलदार से भेज दिया गया था, लेकिन उनको विधायक के घर जाकर निमंत्रण देने के लिए बोला गया था।