नाथद्वारा की ईशा जेठानी बनीं मिसेज इंडिया 2025, बोलीं...सपनों पर पहरा नहीं, उन्हें उड़ान चाहिए
Mrs India 2025 Winner: नाथद्वारा की ईशा जेठानी ने मिसेज इंडिया 2025 का खिताब जीतकर दिखाया कि सपने उम्र या जिम्मेदारियों के मोहताज नहीं होते। जानिए उनकी प्रेरणादायक कहानी।

कभी साड़ी में थाली लेकर रसोई संभालने वाली ईशा जेठानी अब सिर पर मिसेज इंडिया 2025 का ताज सजाए देशभर की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। राजस्थान के नाथद्वारा कस्बे से ताल्लुक रखने वाली ईशा ने यह खिताब जीतकर यह साबित कर दिया कि सपने सिर्फ देखने के लिए नहीं होते, उन्हें जीने की हिम्मत भी होनी चाहिए।
12 अप्रैल 2025 को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित आतित्व एंटरटेनमेंट के मंच पर जब ईशा को मिसेज इंडिया 2025 घोषित किया गया, तो उनके चेहरे की चमक उनके पूरे सफर की मेहनत बयां कर रही थी। यही नहीं, उन्होंने प्रतियोगिता में दो अन्य टाइटल भी अपने नाम किए, जिनका खुलासा वह आने वाले दिनों में करेंगी।
ईशा बताती हैं कि यह सफर यूं ही नहीं हुआ। “6 महीने पहले एक मॉडलिंग ट्रिप पर गई थी, वहीं पर आयोजकों ने मुझे इस प्रतियोगिता की जानकारी दी। पहले तो झिझक हुई, लेकिन फिर दिल से तय किया कि खुद के लिए कुछ करना है।” इसके बाद शुरू हुआ कठिन अभ्यास और 2-3 महीनों तक दिन-रात की मेहनत।
ईशा मानती हैं कि उनका यह सफर सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि हर उस महिला की कहानी है जो समाज की दीवारों को तोड़कर खुद के लिए कुछ बनाना चाहती है। उन्होंने कहा, "हर महिला को सपने देखने और उन्हें साकार करने का पूरा हक है। यह ताज सिर्फ मेरा नहीं, हर उस महिला का है जो खुद को पहचानना चाहती है।"
उनकी इस ऐतिहासिक जीत से न केवल परिवार बल्कि पूरे नाथद्वारा में उत्साह की लहर है। उनके पति और बच्चे गर्व से उनकी कहानी सबको सुना रहे हैं। ईशा की यह यात्रा सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि एक सशक्त संदेश है—कि गृहिणी होना कोई सीमा नहीं, बल्कि ताकत है।