मर्डर, सुसाइड या दबाव? ट्रेनिंग सेंटर से दो दिन पहले हुआ था गायब, अब घर के पास पेड़ से लटकता मिला अग्निवीर का शव
मृतक संदीप के भाई योगेश कुमार सैनी ने मीडिया को बताया कि संदीप 1 महीने पहले छुट्टी काटने के बाद 2 जनवरी को वह वापस ड्यूटी चला गया था। दो दिन पहले संदीप के पिता के पास फोन आया कि संदीप ड्यूटी से गायब हो गया है।

राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार सुबह यहां पर एक अग्निवीर संदीप कुमार सैनी का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला है। जवान बीकानेर महाजन रेंज में ट्रेनिंग ले रहा था। दो दिन पहले यानी 23 जनवरी को वो वहां से निकल गया, ऐसा फोन जवान के पिता को आया था।
लेकिन अब ट्रेनिंग सेंटर से कोसों दूर और घर से करीब 300 मीटर पास 22 साल के जवान का शव पेड़ से लटकता मिला है। मामला संज्ञान में आने के बाद परिवार संग गांव के लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, शव को मोर्चरी में रखवाया गया है, पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है और सवाल ये उठ रहा है कि संदीप कुमार का शव पेड़ से लटकता कैसे मिला? ये हत्या है, आत्महत्या है या जवान पर पड़ रहे दबाव का नतीजा...?
9 महीने पहले सेना में शामिल हुआ था जवान
सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके की सदर थाना अंतर्गत खादरा में 22 साल के संदीप कुमार सैनी का शव पेड़ से लटका मिलने से सनसनी फैल गई है। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी रखवाया गया। मृतक अग्निवीर योजना के तहत सेना में 9 महीने पहले शामिल हुआ था। मृतक संदीप के भाई योगेश कुमार सैनी ने मीडिया को बताया कि संदीप 9 महीने पहले ही अग्निवीर योजना में लगा था। अंबाला में ट्रेनिंग करने के बाद अब वो बीकानेर महाजन में अभ्यास के लिए गया हुआ था।
महीनेभर पहले छुट्टी मनाकर गया था ट्रेनिंग पर
मृतक संदीप के भाई योगेश कुमार सैनी ने मीडिया को बताया कि संदीप 1 महीने पहले छुट्टी काटने के बाद 2 जनवरी को वह वापस ड्यूटी चला गया था। दो दिन पहले संदीप के पिता के पास फोन आया कि संदीप ड्यूटी से गायब हो गया है। अब 25 जनवरी की सुबह घर के पास ही उसका पेड़ से लटका हुआ शव मिला। जिसकी जानकारी लोगों ने पुलिस को दी।
परिवार कर रहा धरना प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदीप का परिवार धरना प्रदर्शन कर रहा है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं मानी जाएगी तब तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष विनोद कुमार सैनी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच, संदीप को शहीद का दर्जा देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और अन्य सहायता की मांग की।
पुलिस कर रही मामले की जांच
जानकारी के मुताबिक, सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल सैनी ने सवाल उठाया है कि सेना में आखिर ऐसा क्या दबाव था, जिससे संदीप को यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। आपको बता दें, पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच करना शुरु कर दिया है।