पूछताछ के लिए ले गया था होटल, वहीं कर दिया गंदा काम, दुष्कर्म के आरोप में कॉन्सटेबल गिरफ्तार!
Rajasthan crime news: जयपुर में एक महिला से बलात्कार के आरोप में पुलिस कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने पूछताछ के बहाने महिला को होटल ले जाकर घिनौनी हरकत की. जानें, इस मामले की पूरी सच्चाई और क्या मिलेगा पीड़िता को न्याय?

राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है. पुलिस कांस्टेबल पर एक विवाहित महिला से बलात्कार का आरोप लगा है. सांगानेर थाने में तैनात इस कांस्टेबल ने पूछताछ के बहाने महिला को घर से होटल में बुलाया और वहां उसके साथ घिनौनी हरकत की. महिला के पति की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल भागाराम को गिरफ्तार कर लिया है.
पूछताछ के नाम पर होटल में ले जाकर किया दुष्कर्म
सांगानेर के सहायक पुलिस आयुक्त विनोद कुमार शर्मा के अनुसार, यह घटना शनिवार को हुई. पीड़िता के पति ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए बताया कि वह किसी काम से घर से बाहर था, तभी कांस्टेबल भागाराम एक मामले में पूछताछ के लिए उसकी पत्नी को घर से ले गया. महिला के तीन साल के बेटे को भी उसने अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाया और होटल के एक कमरे में ले गया. वहां, उसने बच्चे के सामने ही महिला के साथ दुष्कर्म किया.
पति को जेल भेजने की धमकी दी
महिला ने जब इसका विरोध किया, तो आरोपी कांस्टेबल ने उसे डराने की कोशिश की. उसने धमकी दी कि यदि उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो वह उसके पति को झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज देगा. डर और सदमे में रही महिला ने आखिरकार हिम्मत जुटाई और पति को आपबीती सुनाई. इसके बाद, पति ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
मेडिकल जांच कराई गई, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने महिला की शिकायत दर्ज करने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है और मामले की गहन जांच जारी है.
राजनीतिक बयानबाजी शुरू
इस घटना के बाद राजनीति भी गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे राज्य की कानून व्यवस्था की विफलता करार दिया. उन्होंने कहा कि महिला दिवस के दिन मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ऐसी घटना होना यह दिखाता है कि सरकार सुरक्षा देने में असफल रही है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "जब भाजपा सरकार आईफा की चकाचौंध में व्यस्त थी, तब एक गर्भवती दलित महिला के साथ उसके बच्चे के सामने दुष्कर्म हुआ."
क्या मिलेगा न्याय?
यह घटना केवल एक महिला के साथ हुए अन्याय की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करती है. कानून के रक्षक जब खुद अपराध करने लगें, तो आम जनता किस पर भरोसा करे? पीड़िता को न्याय मिलना कितना कठिन होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.