फिर बाहर आया नकल का ‘जिन्न’, पुलिस कमिश्नर ने किया बड़ा खुलासा, 14 बदमाश दबोचे गए
प्रदेश में सरकारें तो बदली हैं, लेकिन हालत जस के तस बने हुए हैं। सरकार के लाखों दावों और प्रयासों के बाद भी एक और परीक्षा में नकल का मामला सामने आया।

सरकार लगातार राजस्थान में नकलविहीन परीक्षा कराने के दावे कर रही है। लेकिन अभी भी कुछ गैंग ऐसे हैं जो पूरी तरह से सक्रिय हैं। एक साल के अंदर एसओजी समेत तमाम जिलों की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई कर सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन अभी भी कुछ गैंग ऐसे हैं जो नकल कराने में सक्रिय हैं ।
ऑनलाइन नकल कराने वाले गैंग का पर्दाफाश
जयपुर में एसओजी और पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए बड़े गैंग का खुलासा किया है। ऑनलाइन नकल कराने वाले इस गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही कई अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
इस मामले में जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि 5 जनवरी को नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन के लिए एग्रो ट्रेनी भर्ती का एग्जाम था। एग्जाम के दौरान ऑनलाइन नकल कराने की सूचना मिली। जिसके बाद तुरंत कार्रवाई को अंजाम देकर नकल गिरोह का खुलासा कर दिया गया है ।
पहले दो संदिग्धों को लिया गया था हिरासत में
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वैशाली नगर थाना प्रभारी को नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन की एग्रो ट्रेनी भर्ती में ऑनलाइन नकल कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को संदिग्ध पाए जाने के बाद हिरासत में लिया गया। जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई और जयपुर के कई इलाकों में कंप्यूटर लैब पर दबिश दी गई।
कई कंप्यूटर लैब से चल रहा था खेल
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इन्ही लैब से ऑनलाइन नकल का सारा खेल चल रहा था। बता दें कि सबसे पहले शास्त्री नगर के एसजेएम कॉलेज में दबिश दी गई। जहां से तीन लोगों को पकड़ा गया। इन पकड़े गए लोगों के कब्जे से 1,68,500 रुपए रुपए जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही 6 एडमिट कार्ड, 7 चेक, 3 लैपटॉप, WI-FI राउटर, 1 प्रिंटर, समेत कई सामान भी जब्त किए गए हैं।
आरोपियों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उसके कम्प्यूटर लैब में कई भर्ती परीक्षाओं के ऑनलाईन और ऑफलाईन परीक्षा आयोजित होती हैं। जिनमें नकल भी करवाई जाती है।