मेहंदीपुर बालाजी में एक कमरे में चार शव का मामला, पोस्टमार्टम से खुलेंगे रहस्य, सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल, जांच जारी
Crime News: 14 जनवरी को आश्रम के कमरे में चारों सदस्य मृत पाए गए। मृतकों में माता-पिता और उनके दो बच्चे शामिल हैं। आश्रम के कर्मचारियों ने शवों को बेड और फर्श पर अचेत अवस्था में पाया। प्राथमिक जांच में पुलिस को संदेह है कि परिवार ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की हो सकती है।

Crime News: उत्तराखंड से मेहंदीपुर बालाजी आए एक परिवार की यात्रा उस समय दुःखद अंत में बदल गई, जब आश्रम में उनके चार सदस्यों के शव मिले। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी और स्थानीय प्रशासन हर पहलू की जांच में जुटा है।
संदिग्ध हालात में मौत
14 जनवरी को आश्रम के कमरे में चारों सदस्य मृत पाए गए। मृतकों में माता-पिता और उनके दो बच्चे शामिल हैं। आश्रम के कर्मचारियों ने शवों को बेड और फर्श पर अचेत अवस्था में पाया। प्राथमिक जांच में पुलिस को संदेह है कि परिवार ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की हो सकती है।
पोस्टमार्टम और जांच पर निर्भर है कारण
मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम और विसरा जांच से चल सकेगा। पुलिस ने शवों को टोडाभीम अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और परिजनों के पहुंचने का इंतजार कर रही है। इसके बाद शवों को उनके सुपुर्द किया जाएगा।
बालाजी दर्शन के बाद लौटा था परिवार
परिवार 11 जनवरी को दौसा पहुंचा था और 14 जनवरी की सुबह 8 बजे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दर्शन कर आश्रम लौटा। आश्रम के कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर में परिवार बाहर लंच करने गया और वापस लौट आया। शाम को उनका शव कमरे में मिला।
साधारण परिवार, असाधारण घटना
मृतक सुरेंद्र कुमार उपाध्याय (60) ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में चालक थे, जबकि उनका बेटा नितिन (32) उसी फैक्ट्री में कर्मचारी था। परिवार के इस दुखद अंत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अन्य कोणों से भी जांच कर रही है।
पुलिस की जांच और परिजनों से पूछताछ
पुलिस अन्य परिजनों के बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की परिस्थितियों पर स्पष्टता आएगी। घटना से जुड़ी हर जानकारी खंगाली जा रही है, ताकि सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।
धार्मिक यात्रा में सुरक्षा पर सवाल
ये घटना धार्मिक स्थलों पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर सवाल खड़े करती है। प्रशासन को इस दिशा में सुधार के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।