Vasundhra Raje Politics: बिना नाम लिए वसुंधरा राजे का हनुमान बेनीवाल पर निशाना, विधायक रेवंतराम डांगा की तारीफ
Vasundhra Raje Latest Statement: राजे ने हनुमान बेनीवाल का नाम सीधे नहीं लिया, लेकिन उनके बयान में अप्रत्यक्ष तौर पर आरएलपी प्रमुख पर निशाना साफ झलक रहा था. उन्होंने कहा "कुछ लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन जनता समझदार है और सही निर्णय लेना जानती है." यह बयान क्षेत्र की राजनीति में मौजूदा गुटबाजी की ओर इशारा करता है.

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 25 जनवरी को नागौर के खरनाल में वीर तेजाजी महाराज के दर्शन किए और एक स्वागत सभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में राजे ने वीर तेजाजी महाराज के आदर्शों और बलिदान को याद किया और क्षेत्र के विकास की प्रशंसा की. इस दौरान उन्होंने खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा की जमकर तारीफ की और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा.
वसुंधरा राजे ने सभा में खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा की मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि वे क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि समय-समय पर लोग बदलते रहते हैं, लेकिन जनता सही निर्णय लेना जानती है. मुझे विश्वास है कि आपको ऐसा व्यक्ति मिला है, जो मेहनत से आपकी मदद करने में पीछे नहीं रहेगा.
साथ ही, उन्होंने तेजाजी महाराज के मंदिर निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने रेवंतराम डांगा से इस कार्यकाल में मंदिर निर्माण पूरा करवाने का आग्रह किया और कहा कि"हम सब मिलकर मंदिर को भव्य बनाएंगे."
बिना नाम लिए हनुमान बेनीवाल पर निशाना
हालांकि, राजे ने हनुमान बेनीवाल का नाम सीधे नहीं लिया, लेकिन उनके बयान में अप्रत्यक्ष तौर पर आरएलपी प्रमुख पर निशाना साफ झलक रहा था. उन्होंने कहा "कुछ लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन जनता समझदार है और सही निर्णय लेना जानती है." यह बयान क्षेत्र की राजनीति में मौजूदा गुटबाजी की ओर इशारा करता है.
वीर तेजाजी महाराज के दर्शन
राजे ने सभा से पहले तेजाजी महाराज के मंदिर में दर्शन किए और उनकी विचारधारा को याद किया. उन्होंने बताया कि जब वह 2003 में यहां आई थीं, तब मंदिर निर्माण शुरू नहीं हुआ था. उन्होंने मकराना के पूर्व विधायक श्रीराम भींचर की पत्नी भंवरी देवी के निधन पर उनके पैतृक गांव जाकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की.
राजनीतिक संकेत
वसुंधरा राजे के इस दौरे और बयानों ने नागौर की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है.राजे ने डांगा को स्पष्ट रूप से समर्थन देकर यह संकेत दिया है कि वे क्षेत्र में भाजपा की पकड़ मजबूत करना चाहती हैं. बेनीवाल की आरएलपी ने इस क्षेत्र में भाजपा के लिए चुनौती खड़ी की है. राजे का बयान साफ तौर पर आरएलपी के खिलाफ रणनीतिक संदेश था.राजे ने मंदिर को सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करने का आह्वान किया.