2025 है 'मंत्रालय किसी की जागीर नहीं है!" गजेंद्र सिंह पर ज्योति मिर्धा का तंज, रेवंत डांगा से जुड़ा मामला, जानें यहां
खींवसर सीट से विधायक रेवंत राम डांगा के पत्र वायरल होने के बाद बीजेपी में सियासी हलचल मच गई है। ज्योति मिर्धा ने चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह पर निशाना साधा और आंतरिक गुटबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया।

जयपुर। नागौर के खींवसर सीट में हनुमान बेनीवाल का किला भेदने वाले रेवंत राम डांगा बीते कई महीनों से चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर उनका एक पत्र वायरल हुआ था, जहां उन्होंने बात न सुनने और गुटबाजी का आरोप लगाया था। जिस पर चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने प्रतिक्रिया दी थी। अब इस मसले पर बीजेपी नेता ज्योति मिर्धा भी कूद पड़ी हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, मैंने दिये गए इंटरव्यू में किसी के नाम जिक्र नहीं किया तो उन लोगों को मिर्ची क्यों लग रही है। अगर आपको बुरा लग रहा है तो चोर की दाढ़ी में तिनका। जो सबूत मांग रहे हैं तो उनके ये पता होना चाहिए। हर पार्टी का अपना अनुशासन होता है। हमे जिसे सबूत देना था, हम दे चुके हैं।
गजेंद्र सिंह पर ज्योति मिर्धा का तंज
मीडिया से बात करते हुए ज्योति मिर्धा ने कहा, मुझे समझ नहीं आता जब मैंने किसी का नाम लिया तो उनके सुपुत्र आर्गयूमेंट में कूदकर सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े मैसेज लिख रहे हैं। तो आपको नहीं लगता कही न कही चोर की दाढ़ी में तिनका है। वह इतने बड़े सीनियर मंत्री हैं। उनको इस तरह के आरोप नहीं लगाने नहीं चाहिए। उन्होंने कुछ मंत्रालय को लेकर कमेंट कर हैं। 2025 चल रहा है, ना तो ये उनकी जागीर है। ये मंत्रालय है, उनका काम जनता का काम करना है। राजनीति में वाद-विवाद चलते जाएंगे लेकिन जनता के काम जो ढिलाई बरती जा रही है वो गलत है। पत्र लीक होना और उसे वायरल करना दो अलग-अलग चीजें हैं। पुत्रमोह में जिस तरह की चीजें खींवसर में हो रही है। उसका संज्ञान संगठन-पार्टी तक पहुंचाया जा चुका है। अगर पार्टी से परमिशन मिलती हैं तो मैं आप लोगों के साथ भी सुबूत शेयर करूंगी।
आखिर क्या है पूरा माजरा ?
बता दें, फरवरी माह में खींवसर से बीजेपी विधायक रेवंत राम डांगा द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लिखा गया पत्र वायरल हुआ था। पत्र में डांगा ने अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में सरकार से सहयोग नहीं मिलने की शिकायत की थी। जिस पर सियासत शुरू हो गई थी। बात बढ़ी तो बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन सिंह राठौर को दखल पड़ा था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में साफ किया था, खींवसर में पार्टी के अंदर कोई भी गुटबाजी नहीं है। इस पत्र को लीक करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो चुकी है।