भजनलाल सरकार के लिए काल बना जनेऊ उतरवाने का मामला, ब्राह्मण संगठनों ने बोला हल्ला, सदन से सड़क तक संग्राम
REET Janeu Controversy: REET परीक्षा में ब्राह्मण अभ्यर्थियों से जनेऊ उतरवाने का मामला भजनलाल सरकार के लिए बड़ा संकट बन गया है. विधानसभा में कांग्रेस ने सरकार को घेरा, ब्राह्मण संगठनों ने विरोध किया और सहयोगी दलों ने भी सवाल खड़े कर दिए uw. जानिए इस विवाद से जुड़ी पूरी सियासी हलचल.

जयपुर: राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार के लिए REET परीक्षा में ब्राह्मण अभ्यर्थियों से जनेऊ उतरवाने का मामला एक बड़े राजनीतिक संकट का रूप लेता जा रहा है. डूंगरपुर के परीक्षा केंद्र से निकला यह विवाद अब राजस्थान विधानसभा तक पहुंच गया है.
विधानसभा में कांग्रेस ने भाजपा को इस मुद्दे पर घेरा. कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री खुद जनेऊधारी ब्राह्मण हैं, फिर भी उनके राज में ब्राह्मण छात्रों का अपमान हो रहा है. अगर ब्राह्मण मुख्यमंत्री के रहते हुए भी ब्राह्मणों का सम्मान सुरक्षित नहीं, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा.
ब्राह्मण संगठनों का अल्टीमेटम
REET परीक्षा में जनेऊ उतरवाने की घटना के खिलाफ ब्राह्मण संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है. विप्र फाउंडेशन ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर घटना पर कड़ी आपत्ति जताई. संगठन के सदस्य नारायण पालीवाल ने कहा कि जनेऊ कोई धातु नहीं, बल्कि सनातन धर्म का प्रतीक है. सरकार को इसे प्रतिबंधित करने का कोई अधिकार नहीं.
भाजपा सरकार जहां इस मुद्दे पर बैकफुट पर नजर आ रही है, वहीं भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के सांसद राजकुमार रोत ने भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्होंने परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारियों के निलंबन को गलत बताते हुए उनकी बहाली की मांग कर दी. रोत ने तंज कसते हुए कहा कि भजनलाल सरकार में सरकारी आदेशों का पालन करना ही अपराध बन गया है. क्या अब जाति-धर्म देखकर न्याय होगा?
भाजपा फंसी धर्म बनाम प्रशासन की जंग में
राजस्थान में भाजपा के लिए यह मामला धर्म और प्रशासन के टकराव की स्थिति बन चुका है. एक तरफ ब्राह्मण संगठनों का दबाव, जो इसे सनातन धर्म पर हमला बता रहे हैं. दूसरी तरफ सहयोगी आदिवासी दल, जो अधिकारियों पर कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. अब सवाल यह है कि भजनलाल सरकार इस विवाद को कैसे संभालेगी?