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वसुंधरा बाद गजेंद्र शेखावत ने खड़े किये सवाल ! अब क्या करेगी भजनलाल सरकार, जानें पूरा मामला

राजस्थान में जल संकट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का बयान वायरल है, जहां वह अधिकारियों पर बड़ा बयान देते नजर आ रहे हैं। 

वसुंधरा बाद गजेंद्र शेखावत ने खड़े किये सवाल ! अब क्या करेगी भजनलाल सरकार, जानें पूरा मामला

जयपुर। राजस्थान में सियासी पार गर्मी के साथ बढ़ता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जब से अपने क्षेत्र झालावाड़ में पानी का मुद्दा तबसे उठाया है। तबसे सियासत छिड़ी हुई है। कांग्रेस इस मुद्दे को जमकर उछाल रही है। अशोक गहलोत से लेकर सचिन पायलट तक राजे से पूरे प्रदेश का दौरा कर समस्याएं सरकार के सामने रखने की मांग कर रहे हैं। कुलमिलाकर इस मुद्दे पर जयपुर से दिल्ली तक हलचल देखने को मिल रही है। अब मोदी सरकार में जलशक्ति मंत्री रहे गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए ऐसा बयान दे डाला जो सरकार की परेशानी और भी ज्यादा बढ़ा सकता है। 

राजे के बाद गजेंद्र शेखावत ने उठाए सवाल 

बता दें, गजेंद्र सिंह शेखावत मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जलशक्ति विभाग संभाल रहे थे। प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, अधिकारी लापरवाह होकर बहुत धीमी गति से काम करते हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने जलजीवन मिशन में मिलने वाले पैसे के बाद भी राजस्थान में कोई काम नहीं किया है। हालांकि उनका ये बयान अब राजे के ट्वीट से जोड़कर देखा जा रहा है। जहां महारानी ने भी अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये थे। 

भजनलाल शर्मा के लिए सिरदर्द बनें अधिकारी 

प्रदेश में जल संकट का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। वसुंधरा राजे की शिकायत के बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से जल जीवन मिशन की रिपोर्ट मांग ली है। तो दूसरी तरफ अधिकारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें, किरोड़ीलाल मीणा से लेकर बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा भी प्रशासन-अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप  लगा चुके हैं। ऐसे में वसुंधरा के ट्वीट ने इसे और भी ज्यादा हवा दे दी है। वहीं, पहले महारानी तो अब गजेंद्र शेखावत के बयान से भजनलाल सरकार भी कटघरे में खड़ी हो गई है। आखिर सरकार के माफिक अधिकारी काम क्यों नहीं कर रहे हैं और जो बात नहीं मान रहे हैं उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।