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आमने-सामने 'बेनीवाल और गजेंद्र सिंह शेखावत ! इस मुद्दे पर छिड़ा संग्राम

जैसलमेर में विकास कार्यों की बैठक पर मचा बवाल, कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने डीएम और बीजेपी नेताओं पर लगाए आरोप। गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिया पलटवार, कहा—नियमों का पालन हुआ है।

आमने-सामने 'बेनीवाल और गजेंद्र सिंह शेखावत ! इस मुद्दे पर छिड़ा संग्राम

जयपुर। जैसलमेर में विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए डिस्ट्रिक्ट डेवलपेंट कॉर्डिनेशन एंड मानिटरिंग कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें मुख्य अध्यक्ष पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रहे। हालांकि अब बैठक को लेकर भी राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस विधायक उम्मेदाराम बेनीवाल ने अधिकारियों और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बेनीवाल बाड़मेर-जैसलमेर सीट से सांसद हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उम्मेदाराम जैसलमेर डीएम के साथज जोधपुर सांसद पर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। सांसद की मांग है मंत्री मामले को संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। 

अधिकारियों से परेशान बेनीवाल 

उम्मेदाराम बेनीवाल ने लंबा-चौड़ा ट्वीट करते हुए पीड़ा करते हुए लिखा- कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस उद्देश्य के साथ समिति का गठन किया था वो पूरा नहीं हो रहा है। जैसलमेर डीएम जबरदस्ती बैठक कर रहे हैं। जिसमें स्थानीय सांसदों को भी नहीं बुलाया जा रहा है। मैं इस वक्त काम के सिलसिले में बाहर हूं। बायकदा इसकी जानकारी मैंने कलेक्टर को पत्र लिखकर दी थी और अनुरोध किया था, बैठक का आयोजन मेरे आने के बाद किया जाए। हालांकि ऐसा नहीं किया। जनप्रतिनिधि होने के साथ मेरा कर्तव्य है बैठकों में हिस्सा लूं। अब जैसलमेर कलेक्टर अपना कर्तव्य भूलकर बीजेपी के प्रावक्ता होने का काम कर रहे हैं। ये संविधान के खिलाफ है। ऐसे में अनुरोध हैं, बैठक को स्थगित कर दिया जाए। 

बीजेपी सांसद ने किया पलटवार 

कांग्रेस सांसद के बयान पर बीजेपी नेता और सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने रिएक्शन दिया है। मीडिया से बातचीत करते हुए आ कहा, बैठक की सूचना 21 दिन पहले प्रशासन को भेज दी थी। जबकि नियमों के अनुसार गाइडलाइन 15 दिनों की है। प्रशासन ने बस नियमों का पालन किया है और कांग्रेस सांसद को नोटिस भेजा है। जिसे वह 15 दिनों तक जेब में रखकर घूमते रहे और अब अचानक से ट्वीट कर रहे हैं। अगर ये मुझे 15 दिन पहले सूचना दे दे तो बैठक को आगे बढ़ा दिया जाता। हालांकि उनके द्वारा ऐसा बिल्कुल भी नहीं किया गया। अब वह विकास कार्यों के नाम पर पाठ पढ़ा रहे हैं।