"भर्ती परीक्षा रद्द करने का फैसला CM लेंगे", किरोड़ीलाल मीणा ने सरकार से पूछे सवाल! कह दी ये बड़ी बात
राजस्थान SI भर्ती परीक्षा रद्द करने को लेकर किरोड़ी लाल मीणा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा भर्ती परीक्षा कब रद्द होगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री करेंगे। इसके साथ ही वह कई प्रश्न उठाते भी दिखे। यहां पढ़ें पूरी खबर !

खबर राजस्थान से है। जहां एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर सियासी पारा हाई है। बीते दिनों खबरें सामने आई थी कि छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए कैबिनेट बैठक में भर्ती परीक्षा रद्द करने से जुड़ा फैसला ले सकती है। हालांकि इस बारे में कोई भी चर्चा नहीं की गई। पेपर लीक मामले को लेकर मंत्री किरोड़ीलाल मीणा हमेशा छात्रों के साथ खड़े नजर आते हैं। बैठक में कोई भी चर्चा न होने से जुड़ा सवाल जब मीडिया ने मीणा से पूछा तो उनके जवाब देते हुए कहा कि, भर्ती परीक्षा रद्द करने का फैसला मुख्यमंत्री जी के हाथ में है।
भर्ती परीक्षा पर क्या बोले किरोड़ीलाल मीणा?
किरोड़ीलाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, जिस एसओजी को भर्ती परीक्षा की जांच का जिम्मा सौंपा गया था। उन्होंने पेपर रद्द करने की बात कही। पुलिस हेड क्वाटर्र, एडवोकेट जर्नल ने भी कहा दिया। यहां तक भर्ती रद्द का समर्थन कैबिनेट सभा कमेटी ने भी किया। इन सब चीजों के बाद फैसला मुख्यमंत्री के हाथ में है, आखिर वह भर्ती परीक्षा कब रद्द करते हैं। उन्होने इंट्रोगेशन का जिक्र करते हुए कहा कि एक मेंम्बर बाबूलाल ने पेपर से 30 दिन पहले बांट दिया था। ऐसे में पेपर कहां-कहां पहुंचा होगा। इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। छात्रों के भविष्य के लिए भर्ती परीक्षा रद्द होनी चाहिए।
'मुख्यमंत्री से पूछिये कारण'
मीडिया ने उनसे सवाल किया, जब सबूत सामने है इसके बाद भी सरकार भर्ती परीक्षा रद्द करने में इतना वक्त क्यों लगा रही है। इस पर किरोड़ीलाल मीणा ने जवाब देते हुए कहा आखिर ऐसे क्यों नहीं किया जा रहा ये केवल सीएम बता सकते हैं। इससे इतर उनसे जब क्रेडिट से जुड़ा सवाल पूछा किया, सरकार आपको क्रेडिट देने से बच रही है तो मीणा ने कहा ऐसा कुछ भी नहीं है। यहां पर क्रेडिट का सवाल ही नहीं है। सरकार सोच विचार कर रही होगी।
बड़े पैमाने पर हुई थी धांधली
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आये था। मामले की जांच कर रही एसओजी ने सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें 50 से ज्यादा ट्रेनी एसआई शामिल थे। इसके अलावा RPSC के निलबिंत सदस्य बाबूलाल कटारा और पूर्व सदस्य रामूराम नाइका पर भी गाज गिरी थी। सबूत और पेपर लीक से जुड़ी सभी कमेटियों की सिफारिश के बाद भी अभी तक भजनलाल सरकार की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है।