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"नरेश मीणा को रिहा करो वरना जेल कम पड़ जाएंगी" भारत रफ्तार की Exclusive Report, सरकार पर फूटा लोगों का गुस्सा

राजस्थान के समरावता गांव में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी नरेश मीणा की गिरफ्तारी पर विवाद जारी है। इसी बीच भारत रफ्तार की टीम ने समरावता गांव के लोगों से एक्सक्लूसिव बातचीत की। जानें वहां के लोगों को सरकार की कार्रवाई पर क्या कहना है। 

"नरेश मीणा को रिहा करो वरना जेल कम पड़ जाएंगी" भारत रफ्तार की Exclusive Report, सरकार पर फूटा लोगों का गुस्सा

राजस्थान में दो महीने पहले हुए समरावता गांव की हिंसा की तस्वीरें आज भी लोगों के जहन में ताजा हैं। घटना के मुख्यारोपी नरेश मीणा जेल में बंद हैं। निचली अदालत के बाद अब राजस्थान हाईकोर्ट ने भी मीणा की जमानत याचिका खारिज कर दी है। एक तरफ नरेश मीणा पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है, तो दूसरी तरफ उनको रिहा करने की मांग भी उठ रही है। शुक्रवार को जयपुर में नरेश मीणा की रिहाई का समर्थन करते हुए बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल समेत कई संगठन और समरावता गांव के लोग शामिल हुए। इसी बीच भारत रफ्तार ने ग्रामीणों से जाना वह नरेश मीणा के बारे में क्या सोचते हैं और सरकार की कार्रवाई पर उनका क्या कहना है। बातचीत के कुछ अंश हम आपके लिये लाये हैं। 

"भ्रष्ट सरकार कर रही तानाशाही"

राजेंद्र मीणा ने भारत रफ्तार से बातचीत करते हुए कहा, नरेश मीणा का मामला पूरे देश को पता चल चुका है। भ्रष्ट सरकार की तानाशाही रोकने के लिए नरेश मीणा सामने आए थे लेकिन जिस तरह से उनपर कार्रवाई की गई वो पूरी तरह से गलत है। हम अपने न्याय के लिए लड़ रहे थे लेकिन वहां पर प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचार का घिनौन खेल खेला जा रहा था। नेता आये दिन न जानें किसे-किसे थप्पड़ मार देते हैं उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती है। नरेश मीणा को दो महीने से जेल में रखा हुआ है। हम सब उनके साथ है। राजेंद्र यही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, जो स्थिति समरावता गांव में उत्पन्न हुई वो मैंने कभी नहीं देखी। दो से ढाई हजार पुलिसकर्मी गांव में थे, महिलाओं बच्चों पर लाठियां भांज रहे थे।

"पांच पांडवों से मिल रहा पूरा सपोर्ट"

गौरतलब है, चुनाव के दौरान नरेश मीणा के समर्थन में हनुमान बेनीवाल,रवींद्र सिंह भाटी और राजकुमार रोत  आजाद पार्टी के चंद्रशेखर आये थे। हालांकि समरावता कांड के बाद कोई भी नेता देवली उनियारा नहीं पहुंचा। जब ये सवाल लोगों से किया गया तो उन्होंने कहा, बेनीवाल से लेकर अन्य सभी नेताओं का मौखिक सपोर्ट उनके साथ है। वह अपने निजी कारणों से शायद नहीं आ पाये होंगे। इस दौरान लोगों ने किरोड़ीलाल मीणा का धन्यवाद दिया और कहा, वह मात्र ऐसे नेता है जो समरावता गांव का हाल जानने पहुंचे थे। जबकि यहां से कांग्रेस सांसद अभी तक नहीं आए। 

सरकार की कार्रवाई पर खड़े किये प्रश्न

समरावता गांव के लोगों ने कहा, प्रशासन निपक्ष चुनाव कराने के लिए होता है लेकिन यहां तो खुद एसडीएम फर्जी वोटिंग करा रहे थे। ऐसे में गुस्सा किसे नहीं आयेगा। अगर सरकार द्वारा मासूम जनता पर कार्रवाई करना सही है तो नरेश मीणा का थप्पड़ कांड भी बिल्कुल सही है। आरोप लगाया, नरेश मीणा को राजनीतिक फायदे के लिए भी रिहा नहीं किया जा रहा है। अगर वह बाहर आए तो अच्छे-अच्छे लोगों की पोल खोल देंगे। 

बैठक में दिया सरकार को अल्टीमेटम

वहीं, नरेश मीणा की रिहाई पर हुई बैठक के बारे में बताया, कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल ने सरकार को सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। अगर कुछ नहीं किया जाता है तो जयपुर में युवाओं का मेला लगेगा और जेल कम पड़ जायेंगी। साथ ही भजनलाल सरकार पर कहा है, हमने उन्हें 24 तारीख तक वक्त दिया है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।