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2025 में आसान नहीं भजनलाल सरकार की राह ! ये चुनौतियां बढ़ाएंगी टेंशन

2025 जनलाल सरकार के लिए कई चुनौतियां लेकर आया है। पंचायत चुनाव, नगर निकाय चुनाव और संभावित 'वन नेशन वन इलेक्शन' के साथ बीजेपी को कांग्रेस,RLP-BAP से टक्कर मिल सकती है।

2025 में आसान नहीं भजनलाल सरकार की राह !  ये चुनौतियां बढ़ाएंगी टेंशन

देशभर में नये सल का जश्न मनाया जा रहा है। 2025 कई मायनों में खास होने वाला है। दिल्ली-बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे तो वीर सपूतों की धरती राजस्थान में भी बड़ी सियासी हलचलों के साथ कई बड़े फैसले लिया जा सकते हैं। दरअसल, बीते साल वन स्टेट-वन इलेक्शन पर जोरों-शोरों से चर्चा हुई। यहां तक केंद्र सरकार भी इस मसले को लेकर गंभीर दिखाई रही है। यदि इसे लागू किया जाता है तो सूबे में बड़े बदलाव तय हैं। इससे इतर भजनलाल सरकार को राजस्थान की कुर्सी संभाले एक साल का वक्त हो चुका है। ऐसे में 2025 में सरकार का फोकस किन मुद्दों पर रहेगा यहां जानें। 

2025 में इन विषयों पर भजनलाल सरकार का फोकस 

1) बीजेपी ने अनुभवी और दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़ते हुए सत्ता की कमान भजनलाल शर्मा को सौंपी थी। भजलाल शर्मा के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को करारी हार मिली हालांकि सात सीटों पर हुए उपचुनाव में पार्टी 5 सीटें जीतने में सफल रही। ऐसे में 2025 में राजस्थान में पारा हाई रहेगा क्योंकि प्रदेश सरकार वन स्टेट-वन इलेक्शन के तहत 291 नगर निकाय, 7 हजार पंचायत समिति में चुनाव की तैयारी कर रही है। 

2) इस साल 11 नगर निगम में मेयर, 33 नगर परिषद में सभापति, 169 नगर पालिका में सभापति, 7500 पार्षद, 1 हजार जिला परिषद सदस्य, 11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायत में सरपंच के चुनाव की सुगबुगाहट है। ऐसे में पक्ष-विपक्ष आमने-सामने होंगे, जिससे सियासी पारा हाई होना बिल्कुल तय है। 

3) इससे इतर भजनलाल सरकार ने पंचायतों को पुनर्गठन की तैयारी भी शुरू कर दी है। बता दें, राज्य सरकार पंचायतों को 3 श्रेणी में बांटते हुए इसकी गाइडलाइन पहले जारी की जा चुकी है। ऐसे में उम्मीद है, पंचायतों के पुनर्गठन के बाद ही पंचायत चुनाव कराए जायेंगे।

4) पंचायत और शहरी सरकार के लिए होने वाले चुनाव में बीजेपी ने कमर कस ली है। इस बार उसके सामने केवल कांग्रेस नहीं बल्कि राजकुमार रोत की पार्टी बीएपी, हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी की चुनौती होगी। दोनों पार्टियां समीकरण बनाने-बिगाड़ने की ताकत रखती हैं। 

5) हाल में राजधानी जयपुर में बीएपी ने प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन रने के साथ पार्टी विस्तार योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। बीएपी के लिए दक्षिण राजस्थान पंचायतीराज चुनाव में काफी अहम होगा। 

6) 2025 नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा। पूर्व में हुए उपचुनावों में बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को बीजेपी से रेवंत राम डांगा ने शिकस्त देकर बेनीवाल परिवार का गढ़ कही जाने वाली खींवसर सीट पर कमल खिलाया था। ऐसे में अब आरएलपी के सामने बाद ग्रामीण अंचल तक अपनी पैठ बनाने की बड़ी चुनौती है।