सियासी चाल या सच? कांग्रेस में दरार की खबरों पर टीकाराम जूली का बड़ा बयान
Rajasthan Congress Cold War: राजस्थान कांग्रेस में दरार या भाजपा की साजिश? गोविंद सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली के बीच 'कोल्ड वॉर' की चर्चा तेज हो गई हैं. कांस्टीट्यूशन क्लब के दोबारा उद्घाटन पर भी बढ़ा सियासी घमासान बढ़ गया है.

जयपुर: राजस्थान की विधानसभा में हुए हंगामे के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता टीकाराम जूली के बीच अनबन की चर्चाएं तेज हो गई थीं. लेकिन अब जूली ने इन खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब भाजपा की प्रायोजित बातें हैं.
टीकाराम जूली ने डोटासरा की गैरमौजूदगी पर कहा कि सिर्फ दो दिन सदन नहीं आने से कोल्ड वॉर नहीं हो जाता. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "अगर ऐसा है तो फिर किरोड़ी लाल मीणा और वसुंधरा राजे भी सदन में नहीं आ रही हैं, तो क्या उनके भी खिलाफ साजिश रची जा रही है.
'काम नहीं हुआ, क्योंकि केंद्र से पैसा नहीं आया'
राजस्थान में एक राज्य, एक चुनाव की चर्चाओं पर भी जूली ने सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कह कि सरकार खुद कह रही है कि नवंबर में चुनाव कराएंगे, लेकिन कोई तैयारी नहीं है. प्रश्नकाल में भी सरकार के पास जवाब नहीं होते. मंत्री कहते हैं कि पैसा समय पर नहीं आया, इसलिए विकास कार्य नहीं हो पाए.
'कांस्टीट्यूशन क्लब का दोबारा उद्घाटन क्यों?'
8 मार्च को जयपुर में होने वाले कांस्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन पर जूली ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि क्या इसका दोबारा उद्घाटन करना जरूरी है? हमारी सरकार में इसका लोकार्पण हो चुका था, अब इसे फिर से करना गलत परंपरा होगी.
'भाजपा सिर्फ श्रेय और षड्यंत्र में लगी है'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की पूरी राजनीति श्रेय और षड्यंत्र तक सीमित है. उन्होंने कहा कि 22 सितंबर 2023 को अशोक गहलोत सरकार ने कांस्टीट्यूशन क्लब का उद्घाटन किया था, लेकिन सत्ता बदलते ही भाजपा ने इसे बंद रखा. अब दोबारा उद्घाटन कर राजनीतिक श्रेय लेना चाहती है.