Kirori Lal Meena Resignation: दिल्ली चुनाव के बाद अब होगा मंत्रिमंडल विस्तार, क्यों फिर से तेज़ हुई चर्चाएं?
Rajasthan Cabinet Expansion: राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं काफी समय से चल रही थीं, लेकिन अब इसकी प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो सकती है. नए चेहरों की एंट्री और नॉन-परफॉर्मिंग मंत्रियों की छुट्टी इस बार की सबसे बड़ी रणनीति हो सकती है. किरोड़ी लाल मीणा के भविष्य को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है. अब देखना होगा कि भाजपा नेतृत्व इस बदलाव को कैसे अंजाम देता है और कौन-कौन से नए नाम मंत्रिमंडल में जगह बनाते हैं.

New Faces in Rajasthan Cabinet: राजस्थान की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा एक बार फिर तेज़ हो गई है. लंबे समय से पेंडिंग इस फैसले पर कहा जा रहा था कि भाजपा नेतृत्व दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद ही कोई बड़ा कदम उठाएगा. अब जब चुनावी नतीजे आ चुके हैं, तो माना जा रहा है कि राजस्थान में जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा.
क्यों लंबित था मंत्रिमंडल विस्तार?
राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार का मुद्दा चर्चा में है. लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से इसे टाल दिया गया. पहले लोकसभा चुनाव, फिर अन्य राज्यों के चुनाव और अब हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव का इंतज़ार किया जा रहा था. अब जबकि ये सभी चुनाव संपन्न हो चुके हैं, पार्टी नए चेहरों को मौका देने के मूड में दिख रही है.
नॉन-परफॉर्मिंग मंत्रियों की छुट्टी तय?
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. कई नॉन-परफॉर्मिंग मंत्रियों को हटाकर युवा और सक्रिय चेहरों को मौका दिया जा सकता है. पार्टी चाहती है कि आगामी चुनावों के लिए एक मजबूत टीम तैयार की जाए, जो जनता के बीच जाकर सरकार की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू कर सके.
किरोड़ी लाल मीणा पद छोड़ना चाहते हैं?
एक और अहम चर्चा यह भी है कि वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं. हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उनके भविष्य की भूमिका को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. अगर वे पद छोड़ते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा उनके विकल्प के तौर पर किसे आगे लाती है.
जल्द होगा बड़ा फैसला?
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा नेतृत्व जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी दे सकता है. इस बार फैसले में देरी की संभावना कम है क्योंकि पार्टी राजस्थान में अपनी पकड़ और मज़बूत करने की रणनीति पर काम कर रही है. नए चेहरों को शामिल कर सरकार को एक नई ऊर्जा देने की तैयारी चल रही है.