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BJP विधायक अधिकारियों से त्रस्त ! टीकाराम जूली ने साधा निशाना, बोल दी बड़ी बात

चित्तौड़गढ़ के बीजेपी विधायक सुरेश धाकड़ का वीडियो वायरल, बोले- प्रशासन सुनता नहीं, विधायक रहना बेकार है। टीकाराम जूली ने सरकार पर साधा निशाना, राजस्थान में बढ़ रही है अफसरशाही पर नाराजगी।

BJP विधायक अधिकारियों से त्रस्त ! टीकाराम जूली ने साधा निशाना, बोल दी बड़ी बात

जयपुर। राजस्थान में अब बीजेपी सरकार के खिलाफ उनके प्रतिनिधि आवाज उठा रहे हैं। पहले वुसंधरा राजे फिर गोपाल शर्मा ने अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया था तो अब चित्तौड़गढ़ जिले की बेंगू विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुरेश धाकड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां वह परिस्थितियों और अधिकारियों की लापरवाही पर झल्ला उठते हैं और कहते हैं मुझे नहीं रहना विधायक। ये लोग जब बात ही नहीं सुनते हैं तो विधायक रहने का मतलब क्या है। हम जनता के लिए कुछ करना चाहते हैं लेकिन प्रशासन सुनने को तैयार ही नहीं है। इस बयान पर कांग्रेस हमलावर हो गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ट्वीट कर भजनलाल सरकार को आड़े हाथ लिया है। 

बीजेपी पर टीकाराम जूली का निशाना

टीकाराम जूली ने ट्वीट करते हुए लिखा- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जी के बाद चित्तौड़गढ़ जिले की बेगूं विधानसभा से भाजपा विधायक श्री सुरेश धाकड़ जी का भी धैर्य जवाब दे रहा है। सुरेश धाकड़ जी कह रहे हैं- पुलिस चौराहों पर खुलेआम वसूली कर रही है, आम आदमी के काम में इनका कोई इंटरेस्ट नहीं है। अधिकारी नाकारा हो चुके हैं, प्रशासन काम नहीं कर रहा। जनता की शिकायतें दर्ज नहीं हो रही, एफआईआर ही दर्ज नहीं होती  एसपी तक को थानों की जानकारी नहीं, विधायक की भी नहीं सुनते। मेरे घर में चोरी हुए दो माह हो गए पुलिस ने कोई कार्यवाही ही नहीं की। मेरा तो MLA रहना ही बेकार है मुझे इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।  मुख्यमंत्री जी यह सिर्फ विधायक का बयान नहीं है यह राजस्थान की हकीकत है। प्रदेश में प्रशासनिक निष्क्रियता और भ्रष्टाचार का एक आइना है। ये हाल विधायक जी का यह है तो आम जनता का क्या हाल होगा ?

अधिकारियों से त्रस्त बीजेपी नेता

बता दें, सरकार में आने के बाद सी ही बीजेपी नेता और कई मंत्री अधिकारियों पर बात न सुनने के गंभीर आरोप लगा चुके हैं। बात तब और बढ़ गई जब पूर्व वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बात दिल्ली तक पहुंची और खुद केंद्र सरकार ने रिपोर्ट मांग ली और एक्शन में भजनलाल शर्मा ने जलदाय मंत्री को फटकार लगाने के साथ अधिकारियों की छुट्टी कर दी।