Rajasthan: टीकाराम जूली ने स्पीकर को दिलाया गुस्सा, देवनानी आसन से उठे, देखें नोकझोंक का वीडियो
राजस्थान विधानसभा में स्पीकर वासुदेव देवनानी और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच तीखी बहस हुई। अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान स्पीकर ने गुस्से में कागज फेंके और सदन छोड़ने की धमकी दी।

जयपुर। जबसे राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू हुआ है। तबसे कोई ना कोई मुद्दा छाया हुआ है। पहले किरोड़ी लाल मीणा तो फिर गोविंद सिंह डोटासरा तो अब खुद विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी। इस वक्त सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जहां नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की बात सुनकर विधानसभा स्पीकर गुस्से में तिलमिला उठें और वह पास रखकर पेपर उठाकर फेंक देते हैं। उनका गुस्से से सदन का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
आखिर क्यों गुस्सा हुए वासुदेव देवनानी?
दरअसल, पूरा मामला अनुदान मांगों चर्चा से जुड़ा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष से वासुदेव देवनानी ने कहा था रात के 12:00 बजे तक आप ही सदन चलाइए मैं तो जा रहा हूं। मामला तब और बढ़ गया जब मंत्री राजवर्धन सिंह राठौड़ को जवाब देने के लिए देवनानी ने पुकारा लेकिन इसी बीच टीकाराम जूली और कांग्रेस के कई नेता कहने लगे कि पहले कुछ विधायकों को बोलने दिया जाए। इस पर स्पीकर ने पास रखे पन्नों को साइड कर दिया और वह उठकर जाने लगे। फिर जूली ने बात संभालते हुए कहा, आपगुस्सा होकर क्यों जा रहे हैं तब जाकर वह कहीं शांत हुए और अपने आसन पर आकर बैठे।
टीकाराम जोली की बात पर स्पीकर को आया गुस्सा
बताया जा रहा है राजवर्धन सिंह राठौड़ को जवाब देने के लिए वासुदेव देवनानी ने बुलाया था। जिस पर टीकाराम जूली ने आपत्ति जलाई और उनसे पहले तीन विधायकों को बोलने देने का समय मांगा। इसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। टीकाराम जूली ने कहा, अगर मंत्री से पहले तीन विधायक बोलेंगे तो क्या फर्क पड़ जाएगा जिस पर वासुदेव देवनानी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,फर्क कैसे नहीं पड़ता। अगर आपको ही सदन चलना है तो आप चलाइए मैं जा रहा हूं और वह अपनी कुर्सी से उठ गए।
विधानसभा स्पीकर के गुस्से को भांपते हुए टीकाराम जूली ने बात संभाली और वह अपने कुर्सी पर बैठ गए। इसके बाद स्पीकर ने उनके द्वारा तीन विधायकों को बोलने देने की मांग पूरी की और सभी विधायकों को बोलने का मौका दिया गया हालांकि इस घटना के बाद सदन का माहौल थोड़ा गरमा गया और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।