Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

और देखें
विज़ुअल स्टोरी

"ये ED के प्रवाक्ता हैं", मदन राठौर पर भड़के डोटासरा, दागे सवाल, कह गये बड़ी बात !

नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट दाखिल होने के बाद देशभर में कांग्रेस का विरोध शुरू हो गया है। राजस्थान में गहलोत-पायलट से लेकर डोटासरा और राठौर तक जुबानी जंग तेज़ हो गई है। जानिए क्या बोले कांग्रेस और बीजेपी के नेता।

"ये ED के प्रवाक्ता हैं",  मदन राठौर पर भड़के डोटासरा, दागे सवाल, कह गये बड़ी बात !

जयपुर। देशभर में नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट दाखिल होने के बाद हल्ला मचा हुआ है। कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया गया है। राजस्थान तक इस मसले की गूंज सुनाई दे रही है। गहलोत से पायलट जैसे कई कांग्रेस नेता ईडी को बीजेपी सरकार के हाथों की कथपुतली बता चुके हैं तो वही अब इस मामले में राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन सिंह राठौर ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस को विरोध करने का अधिकार है लेकिन जनता का पैसा, जमीन और फंड लूटने का अधिकार नहीं है। ये पूरा मामला 1937 में शुरू हुआ था। उस वक्त इस संस्था में 5 हजार से ज्यादा शेयर होल्डर थे। ये संपत्ति देश के लिए बलिदान देने वाले स्वंतत्रता सेनानियों की है, किसी के खानदान की जागीर नहीं। जब ये संस्था बनाने में विचार किया जा रहा था, उसी वक्त सरदार पटेल ने इसकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े किये थे। राठौर के बयान पर डोटासरा ने पलटवार किया है। 

कांग्रेस से पूछे तीखे सवाल 

मदन राठौर यहीं नहीं रुके, उन्होंने 2008 में इस संस्था को बंद कर दिया गया। कांग्रेस ने कुल 90 करोड़ रुप दिये। ऐसे में ये बताइए, एक राजनीतिक दल किसी भी निजी संस्था को इतना बड़ा अमाउंट लोन के रूप में कैसे दे सकती है। ये देश के नियमों का उल्लंघन हैं। जब संस्था लोन नहीं चुक पाई तब गांधी परिवार ने फरेब किया और किसी तरह संपत्ति में अपना लिखवाया और यंग इंडिया के नाम की कंपनी बनवाई। कुल मिलाकर कांग्रेस के काली करतूतों को चिट्ठा खुल रहा है। इसलिए इन्हें बुरा लग रहा है। प्रवर्तन निदेशालय की जांच जारी है, सच्चाई जनता के सामने आ ही जाएगी।

राठौर के बयान पर डोटासरा का पलटवार

वहीं, मदन राठौर के बयान पर गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, बीजेपी ने कभी जांच एसेंजियों का इस्तेमाल विपक्ष को डराने के लिए नहीं किया है। चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं के खाते चीज कर दिये गए और चुनाव के बाद इसे फिर से चालू कर दिया गया। बीजेपी का अध्यक्ष आने वाला है, इन्हें डर है कहीं कांग्रेस जनता के सामने सच्चाई न रख दें। बस इसलिए ध्यान डायवर्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, राठौर पर कहा, वह बीजेपी के साथ ईडी के भी प्रावक्ता हैं क्या, उन्हें क्या पता हमारे साथ क्या गलत क्या सही हो रहा है। उनके पास चार्जशीट आई है क्या। ये बीजेपी की सुनियोजित चाल है, जिसे जस्टफाई करने के लिए बीजेपी ने अपने नेताओं को लगा दिया है।