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JD Vance India Visit: 13 साल बाद भारत आ रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति, जयपुर को मिलेगा ग्लोबल स्पॉटलाइट

JD Vance India Visit:13 साल में पहली बार भारत आ रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 23 अप्रैल को जयपुर पहुंचेंगे, जानें उनके कार्यक्रम और इसके मायने।

JD Vance India Visit: 13 साल बाद भारत आ रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति, जयपुर को मिलेगा ग्लोबल स्पॉटलाइट
13 साल में पहली बार भारत आ रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस

राजस्थान की सांस्कृतिक राजधानी जयपुर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। वजह है अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भारत दौरा, जिसमें वे 23 अप्रैल को जयपुर पहुंचेंगे। यह केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि दो संस्कृतियों, दो लोकतंत्रों और दो देशों के बीच दोस्ती का उत्सव भी है।

13 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद भारत किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति की मेज़बानी कर रहा है। पिछली बार 2013 में जो बाइडेन उपराष्ट्रपति के रूप में भारत आए थे, और अब वेंस का दौरा दोनों देशों के मजबूत होते रिश्तों की नई तस्वीर पेश कर रहा है। खास बात यह है कि जेडी वेंस इस यात्रा पर अकेले नहीं, बल्कि अपने परिवार पत्नी उषा वेंस, बच्चों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आएंगे, जो इस दौरे को और भी विशेष बनाता है।

23 अप्रैल को दोपहर 1:25 बजे वे आगरा से जयपुर पहुंचेंगे, और दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक सिटी पैलेस का दौरा करेंगे। इसके बाद वे आमेर महल की भव्यता को निहारेंगे और रात्रि विश्राम के लिए रामबाग पैलेस में ठहरेंगे। अगले दिन 24 अप्रैल को सुबह 6:30 बजे वे जयपुर से रवाना हो जाएंगे।

राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ का कहना है कि वेंस की यह यात्रा केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि पर्यटन, संस्कृति और व्यापार के लिहाज़ से भी बेहद लाभकारी साबित होगी। “जब दुनिया का इतना बड़ा मेहमान राजस्थान आता है, तो यह पूरे राज्य की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देता है,” राठौड़ ने कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस दौरे से न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का रुझान बढ़ेगा, बल्कि जयपुर की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर नई पहचान मिलेगी।

पीएम मोदी द्वारा वेंस की अगुवाई करने की संभावना ने इस दौरे को और भी ऐतिहासिक बना दिया है। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां पहले ही सुरक्षा इंतज़ामों का जायज़ा ले चुकी हैं।

जेडी वेंस का जयपुर आना न केवल कूटनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक ऐसा मौका है जब गुलाबी नगरी दुनिया के मानचित्र पर और भी चमक उठेगी।