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राजनीतिक गहमा-गहमी, Hanuman Beniwal का कांग्रेस और BJP पर सीधा हमला, दिल्ली चुनाव में AAP के लिए कह दी ये बड़ी बात

हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से "सुपारी" ली है। उनका आरोप था कि कांग्रेस और भाजपा के बीच मिलीभगत है, जो अरविंद केजरीवाल की जीत को रोकने के लिए गठबंधन कर रही है।

राजनीतिक गहमा-गहमी, Hanuman Beniwal का कांग्रेस और BJP पर सीधा हमला, दिल्ली चुनाव में AAP के लिए कह दी ये बड़ी बात

दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने की घोषणा के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजनीति की एक नई हलचल पैदा कर दी है। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बेनीवाल ने न केवल कांग्रेस और भाजपा दोनों पर तीखा हमला किया, बल्कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पक्ष में अपनी पार्टी के प्रचार की योजना भी साझा की।

कांग्रेस पर मिलीभगत का आरोप

हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से "सुपारी" ली है। उनका आरोप था कि कांग्रेस और भाजपा के बीच मिलीभगत है, जो अरविंद केजरीवाल की जीत को रोकने के लिए गठबंधन कर रही है। बेनीवाल ने दावा किया कि कांग्रेस दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीतने वाली है, और उनकी पार्टी इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को पूरी तरह से समर्थन देने का निर्णय लिया है।

बेनीवाल का ये आरोप भारतीय राजनीति के सबसे बड़े दोनों दलों के बीच चल रहे अंदरूनी संघर्ष और चुनावी रणनीतियों के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण है। उनका कहना था कि कांग्रेस की नीतियां अब पूरी तरह से भाजपा के इशारे पर चल रही हैं, और ऐसे में विपक्षी एकता का भविष्य बेहद संदेहास्पद है।

अरविंद केजरीवाल को मिला समर्थन, प्रचार में कड़ी मेहनत

बेनीवाल ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने का फैसला लिया है। उनका कहना था, "अरविंद केजरीवाल दिल्ली में भारी बहुमत से चुनाव जीत रहे हैं, इसलिए हमारी पार्टी ने उनको समर्थन देने का निर्णय लिया है।" वे खुद दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करने का ऐलान कर चुके हैं। उनके मुताबिक, जाट समाज के लोग भी दिल्ली में आप को इसलिए समर्थन दे रहे हैं, क्योंकि केजरीवाल ने उनके लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जो उनके फायदे में रही हैं।

बेनीवाल ने आगे कहा, "मैं खुद प्रचार करूंगा और हमारे सैकड़ों कार्यकर्ता केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के लिए समर्थन करेंगे।" इसका साफ मतलब है कि वे दिल्ली चुनाव में भाजपा को सीधे चुनौती देने के लिए तैयार हैं और केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के पक्ष में प्रचार करेंगे।

भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ कड़ी टिप्पणी

बेनीवाल ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में अगर कोई नेता भाजपा के खिलाफ बोलता है, तो उसे केंद्र सरकार द्वारा दबाने की कोशिश की जाती है। उदाहरण के लिए, उन्होंने कहा कि जब कोई नेता भाजपा में शामिल होता है, तो उस पर लगे सारे आरोप समाप्त हो जाते हैं। ये बयान उन घटनाओं की ओर इशारा करता है जब विपक्षी नेताओं पर सीबीआई और ईडी का दबाव बनाया गया है, और बाद में वही नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं।

बेनीवाल ने कांग्रेस के नेतृत्व पर भी सवाल उठाया। उनका कहना था कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के सलाहकारों ने पार्टी को हाईजैक कर लिया है और सही मार्गदर्शन नहीं मिल रहा। वे मानते हैं कि राहुल गांधी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व छोड़ देना चाहिए, क्योंकि उनकी रणनीतियां पार्टी के लिए हानिकारक साबित हो रही हैं।

इंडिया गठबंधन और विपक्षी एकता की स्थिति

हनुमान बेनीवाल ने ये भी स्पष्ट किया कि इंडिया गठबंधन का भविष्य अब संदेहास्पद लग रहा है। उनके अनुसार, पार्टी के अंदर गहरे मतभेद हैं और विपक्षी गठबंधन के नेताओं के बीच आपसी विश्वास की कमी है। "हम मजबूरी में इंडिया गठबंधन में शामिल हुए थे, क्योंकि पीएम मोदी को हराना था। लेकिन अब हमें ये समझ में आ रहा है कि हमें इस गठबंधन से कोई लाभ नहीं हुआ है।"

क्या होगा आने वाले चुनावों में  

आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में हनुमान बेनीवाल का रुख और उनकी पार्टी का समर्थन आम आदमी पार्टी को कैसे असर करेगा, ये देखना दिलचस्प होगा। दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ बेनीवाल की तकरार ने राज्य की राजनीति को नया मोड़ दिया है। क्या वाकई आम आदमी पार्टी अपनी रणनीतियों में सफलता प्राप्त करेगी या कांग्रेस और भाजपा अपनी पुरानी रणनीतियों के साथ वापसी करेंगे, ये केवल चुनाव परिणामों के बाद ही स्पष्ट होगा।