Rajasthan में फिर 'घायल शेरनी' की तरह लगाएंगी 'महारानी' दहाड़, क्यों फूले नेताओं के हाथ-पांव, पक गई अब ये सियासी खिचड़ी!
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में वसुंधरा राजे का नाम सबसे आगे चल रहा है। क्या आलाकमान इस बार महिला अध्यक्ष चुनेगी? जेपी नड्डा के बाद कौन होगा अगला अध्यक्ष, और क्या वसुंधरा राजे पार्टी की कमान संभालेंगी? जानिए राजनीतिक विश्लेषकों की राय ।

देश की सियासी फिजा इस वक्त बदली हुई है। एक तरफ हर किसी का ध्यान दिल्ली विधानसभा चुनावों पर हैं, तो दूसरी तरफ बीजेपी अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष किसे बनाती है इस पर भी निगाहें टिकी है। जेपी नड्डी मोदी कैबिनेट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हैं। साथ में वह पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार संभाल रहे हैं। ये पद काफी अहम है, जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गरम है। आखिर पार्टी आलाकमान किसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएंगे? फेहरिस्त में कई खट्टर, शिवराज सिंह चौहान जैसे कई नेता हैं लेकिन ऐसी अफवाह है, पार्टी वसुंधरा राजे को अब बड़ी जिम्मेदारी के मूड में है। ऐसे में जानते हैं आखिर वसुंधरा राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए क्यों फिट बैठती हैं।
वसुंधरा पर भरोसा जताएंगे आलाकमान ?
गौरतलब है, 2018 के राजस्थान चुनावों के बाद खबरें आने लगी थी, की मोदी-शाह से वसुंधरा राजे के संबंध मधुर नहीं है। 2023 के विधानसभा चुनावों में भी राजे को नजरअंदाज किया गया, हालांकि अब ये तल्खी खत्म होते दिखाई दे रही है। पहले वसुंधरा राजे आलाकमान से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचीं। इसके बाद पीएम मोदी के जयपुर दौरे के दौरान राजे प्रधानमंत्री के साथ दिखाई दीं। ऐसे में कयास हैं, पार्टी नेताओं में अब सबकुछ ठीक है। जिसने राजे को अध्यक्ष पद की रेस में आगे कर दिया है।
वसुंधरा राजे का मजबूत व्यक्तित्व
बीजेपी अध्यक्ष का पद मजबूत छवि वाले नेताओं को दिया जाता है। 1980 से यही परंपरा चली आ रही है। जब बात व्यक्तित्व की आती है तो राजे का कोई सानी नहीं। उनके अंदाज और बेबाक बोल की वजह से हर कोई राजे को पसंद करता है। यहां तक विरोधी भी उनकी तारीफ करते दिखाई देते हैं। जहां तक बात अनुशासन की आती है तो राजे इस पर बिल्कुल खरी उतरती हैं।
आरएसस के साथ समीकरण
वसुंधरा राजे बीजेपी के साथ आरएसस प्रमुख मोहन भागवत के साथ खास संबंध रखती हैं। बीते सिंतबर महीने में जब भागवत अलवर दौरे पर पहुचे थे। राजे ने खुद जाकर उसे मुलाकात की थी। ये मीटिंग कई घंटों चली थी। जिसके बाद खबरें आई RSS चीफ अध्यक्ष पद के लिए वसुंधरा का नाम आगे कर सकते हैं।
राजनीति में लंबा अनुभव
वसुंधरा राजे शाही परिवार से आती हैं। उन्होंने बचपन से सियासत देखी है। यहां तक वह खुद तीन दशक से ज्यादा राजनीति में सक्रिय हैं। उनके बेटे दुष्यंत सिंह लोकसभा सांसद हैं तो भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया में मंत्री हैं। ऐसे में उनके पास राजनीति का लंबा अनुभव है। जो बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में उन्हें आगे करता है।
पार्टी को नहीं मिली महिला अध्यक्ष
बीजेपी में कई फायर ब्रांड महिला नेता है लेकिन उन सब में दमदार छवि के साथ राजे भारी पड़ती है। बता दें, बीजेपी का गठन 1980 में हुआ था। तब से लेकर अभी तक अटल बिहारी, लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, अमित शाह और अब जेपी नड्डा को कमान सौंपी जा चुकी है लेकिन अभी तक ये पद किसी महिला को नहीं सौंपा गया। ऐसे में अटकलें हैं वसुंधरा राजे को शीर्ष नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सौंप बड़ा सियासी संदेश भी दे सकता है।
फिलहाल के लिए वसुंधरा राजे राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे दिखाई दे रही हैं हालांकि आखिर फैसला आलाकमान करेंगे। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा, बीजेपी अपना नया अध्यक्ष किसे बनाती है।