Delhi के दंगल में बहुत बड़ा उलटफेर, केजरीवाल की गई गद्दी, राजपाठ भी छिना, पढ़ें कैसे हुई केजरीवाल की हार ?
Delhi Election Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव की सबसे वीवीआईपी सीट नई दिल्ली पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। अरविंद केजरीवाल को बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने हराया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हार आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़ा झगटा साबित हुआ है। अरविंद केजरीवाल को बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने मात दी है। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। वहीं, संदीप दीक्षित दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं।
केजरीवाल को मिली पूर्व सीएम के बेटे से हार
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सबसे वीवीआईपी सीट नई दिल्ली पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। अरविंद केजरीवाल को बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने हराया है। जानकारी के हिसाब से सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हुई, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल लगातार पीछे चलते रहे। फिर करीब दो घंटे वोटों की गिनती के बाद पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को कुछ देर बढ़त भी मिली, लेकिन आखिर में वो चुनाव हार गए।
प्रवेश वर्मा को मिली करियर की सबसे बड़ी जीत
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के साथ ही कांग्रेस और बीजेपी ने वीआईपी चेहरों को उतारा था। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस की तरफ से संदीप दीक्षित को टिकट दिया गया था। प्रवेश वर्मा ने इस चुनाव में अपने सियासी करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। आपको बता दें, प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं और संदीप दीक्षित दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं।
कितने वोट किसके खाते में...
अरविंद केजरीवाल (आप) - 22,057 वोट - पीछे चल रहे हैं
प्रवेश वर्मा (भाजपा)- 25,057 वोट- आगे
संदीप दीक्षित (कांग्रेस) - 3,873 वोट - पीछे चल रहे हैं
साल 2020 का चुनाव कौन जीता?
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के सुनील कुमार यादव को 21,687 वोटों के अंतर से हराकर AAP के लिए जीत हासिल की थी। केजरीवाल 2013 से इस सीट पर काबिज थे, जब उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित को 25,000 से अधिक वोटों से हराकर सुर्खियां बटोरी थीं। साल 2015 में, उन्होंने भाजपा की नुपुर शर्मा और कांग्रेस की किरण वालिया पर लगभग 32,000 वोटों की बढ़त के साथ सीट बरकरार रखी।