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“जाति देखकर किया गया तबादला”, सदन में लौटते ही दहाड़े मुकेश भाकर, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

मुकेश भाकर ने कहा, "आप लोगों ने शेखावाटी और मारवाड़ में जाट समुदाय के लोगों को निशाना बनाया है। उनके नाम और जाति के आधार पर तबादले किए गए हैं। हमारे समुदाय के लोगों को द्वेषपूर्ण तरीके से परेशान किया जा रहा है। लोग अब आपको गांवों में घुसने नहीं देंगे।"

“जाति देखकर किया गया तबादला”, सदन में लौटते ही दहाड़े मुकेश भाकर, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस के निलंबित विधायक मुकेश भाकर की वापसी ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया। सदन में लौटते ही भाकर ने राज्य सरकार की तबादला नीति पर गंभीर सवाल उठाए, जिससे सदन का माहौल गर्म हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जातिवाद के आधार पर अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले किए हैं, खासकर जाट समाज के लोगों को निशाना बनाया गया है।

"जाति देखकर किया गया तबादला, जनता गांवों में घुसने नहीं देगी"

मुकेश भाकर ने कहा, "आप लोगों ने शेखावाटी और मारवाड़ में जाट समुदाय के लोगों को निशाना बनाया है। उनके नाम और जाति के आधार पर तबादले किए गए हैं। हमारे समुदाय के लोगों को द्वेषपूर्ण तरीके से परेशान किया जा रहा है। लोग अब आपको गांवों में घुसने नहीं देंगे।"

विधानसभा में भाकर के इस बयान के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए भाकर ने ये भी कहा कि इस तरह के तबादले राजनीतिक बदले की भावना से किए गए हैं।

गहलोत का पलटवार, कांग्रेस पर आरोप

इस पर राज्य सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा, "ये मुकेश भाकर की गलती नहीं है, बल्कि उनकी पार्टी की संस्कृति ही जातिवाद का जहर घोलने की है।" गहलोत ने भाकर के आरोपों को नकारते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवाल केवल राजनीति के लिए किए जा रहे हैं।

जूली और रीटा ने उठाए गंभीर सवाल

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तबादलों की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि जब भाजपा खुद इस मुद्दे पर आरोप लगाती है, तो कांग्रेस को सवाल उठाने से क्यों रोका जा रहा है। वहीं कांग्रेस विधायक रीटा चौधरी ने आरोप लगाया कि झुंझुनू जिले के कर्मचारियों को राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर दूरदराज के इलाकों में ट्रांसफर किया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य सरकार ने तबादलों का इस्तेमाल राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए किया है।

सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक

कांग्रेस विधायक रीटा चौधरी ने मंत्री अविनाश गहलोत पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गहलोत ने स्थानीय अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर तबादलों को प्रभावित किया है। साथ ही ये भी सवाल उठाया कि जिला पुलिस अधीक्षक का एक हिस्ट्रीशीटर के साथ क्या संबंध है, और इस मामले की सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए। इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई, और सदन में जमकर हंगामा हुआ।