सांस लेने लायक नहीं है राजस्थान के कुछ शहरों की हवा, क्या आपका शहर इस लिस्ट में शामिल तो नहीं ?
राजस्थान के कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि वहां की हवा सांस लेने लायक नहीं रही है। जयपुर, कोटा, जोधपुर, अजमेर समेत कई बड़े शहरों में लगातार बढ़ता प्रदूषण गंभीर चिंता का विषय बन चुका है।

राजस्थान के कई शहरों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है, और हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ रही है, जिससे लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो रहा है। खासकर जयपुर, जोधपुर, अजमेर और कोटा जैसे बड़े शहरों में हवा की गुणवत्ता (Air Quality Index - AQI) कई बार "बहुत खराब" या "आपातकालीन" स्तर तक पहुंच जाती है।
इन शहरों के हाल सबसे ज्यादा खराब-
राज्य की राजधानी जयपुर प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर है। यहां के AQI स्तर में अक्सर वृद्धि होती रहती है। खासकर सर्दियों के महीनों में। वाहनों की संख्या, निर्माण कार्य, और उद्योगों के उत्सर्जन के कारण जयपुर में वायु गुणवत्ता बिगड़ती है।
कोटा भी प्रदूषण के मामले में एक महत्वपूर्ण शहर है। यहां के AQI स्तर में कई बार गंभीर वृद्धि होती है। खासकर जब कोहरा और धुंआ होता है। कोटा में औद्योगिक गतिविधियां और वाहनों का धुंआ इसका मुख्य कारण हो सकता है।
जोधपुर में भी AQI का स्तर बहुत खराब हो सकता है, खासकर जब प्रदूषण की स्थिति खराब हो। यहां भी वाहन, निर्माण कार्य, और आसपास के औद्योगिक क्षेत्र वायु प्रदूषण में योगदान करते हैं।
अजमेर में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शहर में वाहन प्रदूषण और निर्माण कार्य के कारण AQI खराब रहता है।
भीलवाड़ा में भी वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी जा रही है। खासकर सर्दियों में यहां की हवा में धुंआ और धूल की मात्रा बढ़ जाती है, जो AQI को खराब कर देती है।
बूंदी शहर में भी वायु गुणवत्ता खराब होने की समस्या है, खासकर वहां के औद्योगिक इलाकों और ट्रैफिक जाम के कारण प्रदूषण बढ़ता है।
उदयपुर में भी हवा की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है, लेकिन यह अन्य बड़े शहरों की तुलना में थोड़ा बेहतर रहता है। फिर भी, वाहनों और निर्माण कार्यों से प्रदूषण यहां भी बढ़ता है।