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राजीव गांधी को पढ़ाई में फेलियर बताने वाले नेता की अशोक गहलोत ने लगी दी क्लास, बोले सिरफिरा!

अशोक गहलोत ने कहा कि उनके लगातार ऐसे विवादित बयान सामने आते रहते हैं। कोई सिरफिरा ही ऐसी बात बोल सकता है। जो पूरी तरह से समझ के परे है। उन्हे ये अहसास ही नहीं है पाकिस्तान को लेकर भी क्या बयान दे रहे हैं। मणिशंकर अय्यर तो भारत और पाकिस्तान को बराबरी पर रखते हैं, पाकिस्तान की नीतियों का समर्थन करते हैं।

राजीव गांधी को पढ़ाई में फेलियर बताने वाले नेता की अशोक गहलोत ने लगी दी क्लास, बोले सिरफिरा!

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर बयान पर काफी अजीब बयान देकर सभी को चौंका दिया है। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मणिशंकर अय्यर को सिरफिरा कह दिया है। जिसके बाद से राजनीति का माहौल गर्म है। क्या है पूरी बात, जानिए इस पोस्ट में...

गहलोत ने नेता को कह दिया सिरफिरा

अशोक गहलोत राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री होने के साथ ही कांग्रेस के सीनियर नेता भी हैं। उन्होंने मणिशंकर अय्यर के राजीव गांधी को लेकर दिए बयान की आलोचना की है। साथ ही उन्होंने नाराजगी भी जताई है। अशोक गहलोत ने कहा कि ये बयान उनकी हताशा और फ्रस्ट्रेशन की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना बयान कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के खिलाफ हैं और इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है। अशोक गहलोत ने साफ शब्दों में कहा कि मेरी मुलाकात मणिशंकर अय्यर से तब हुई जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, मणिशंकर अय्यर पिछले 8-10 साल से बयानबाजी कर रहे है। 

अशोक गहलोत ने आगे कहा कि पहले पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था। तब भी विवादों में आए थे, उनके लगातार ऐसे विवादित बयान सामने आते रहते हैं। कोई सिरफिरा ही ऐसी बात बोल सकता है। जो पूरी तरह से समझ के परे है। उन्हे ये अहसास ही नहीं है पाकिस्तान को लेकर भी क्या बयान दे रहे हैं। मणिशंकर अय्यर ने नरसिम्हा राव को बीजेपी का पहला प्रधानमंत्री तक बता दिया था। इतना ही नहीं, मणिशंकर अय्यर तो भारत और पाकिस्तान को बराबरी पर रखते हैं, पाकिस्तान की नीतियों का समर्थन करते हैं।

मणिशंकर अय्यर का ये बयान सुर्खियों में...

मणिशंकर अय्यर को एक वीडियो में कहते देखा जा सकता है कि 'जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने तो मैंने और कई अन्य लोगों ने इस पर सवाल उठाया था, क्योंकि वह एक एयरलाइन पायलट थे। यूनिवर्सिटी में दो बार फेल हुए थे, उन्हें प्रधानमंत्री कैसे बनाया जा सकता था।' वीडियो में मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि 'जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने। तो लोगों ने सोचा। दूसरों को छोड़ो। मैंने सोचा, वो एक एयरलाइन पायलट है। वो 2 बार फेल हो चुके हैं। मैंने उनके साथ कैम्ब्रिज में पढ़ाई की थी। वह वहां फेल हो गए, जहां पास होना बहुत आसान माना जाता है। कैम्ब्रिज में फर्स्ट डिवीजन आना फेल होने की तुलना में आसान है। क्योंकि यूनिवर्सिटी अपनी छवि को बरकरार रखने के लिए कोशिश करती है कि कम से कम सभी पास हो जाएं। इसके बाद उन्होंने इंपीरियल कॉलेज लंदन में दाखिला लिया, लेकिन वहां भी फेल हो गए। इसलिए, मुझे आश्चर्य हुआ कि ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है।'

इस बात पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि कौन किस कॉलेज में पास या फेल होता है इसका क्या संबंध है प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनने से? राजीव गांधी को लेकर अचानक उनके बयान आए हैं उसे लेकर मैं समझता हूं कि उनके फ्रस्टेशन की पराकाष्ठा है। अगर किसी के जीवन में इस स्तर का फ्रस्टेशन आ चुका है, तो वह व्यक्ति खुद नहीं समझ सकता कि वह क्या बोल रहा है।