तो इसलिए रेगिस्तान बना समंदर, Jaisalmer में आई 'जलप्रलय' का कारण वैज्ञानिकों ने बता दिया !
राजस्थान के मोहनगढ़ में बोरवेल खुदाई के दौरान अचानक पानी निकलने से अफरातफरी मच गई। भूजल से निकलते पानी का प्रवाह इतना तेज था कि आसपास के खेत जलमग्रन हो गये। वैज्ञानिक इस घटना को कन्फाइंड एक्वाइफर से जोड़ देखकर रहे हैं। ऐसे में जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है।

खबर राजस्थान से है। जहां, बीते तीन दिनों से मोहनगढ़ इलाका चर्चा का विषय रहा। यहां एक खेत में ट्यूबबेल की खुदाई की दौरान पानी का ऐसा सैलाब शुरू हुआ जो तीन दिन तक जारी रहा। जल प्रवाह इतना तेज था, आसपास स्थित ज्यादातर खेत जलमग्न हो गए। वहीं, सोमवार को पानी निकलना खुद बंद गया। बता दें, घटना 28 दिसबंर की है। बीजेपी नगर अध्यक्ष विक्रम सिंह अपने खेतों में बोरबेल खुदाई का काम करा रहे थे। इसी बीच 800 फीट की खुदाई बाद अचानक से पानी का रिसाव शुरू हो गया। प्रेशर इतना तेज था,धारा 10-15 फीट ऊपर उठने लगी। ऐसा प्रतीत होता मानों रेगिस्तान में बाढ़ आ गई। घटनाक्रम ने वैज्ञानिकों को हैरान किया। ऐसे में अचानक से हुए जल रिसाव का कारण क्या रहा। इस पर वैज्ञानिकों का बड़ा बयान सामने आया है।
'भूजल निकलना सामान्य घटना'
मीडिया से बातचीत करते हुए वरिष्ठ भूजल वैज्ञानिक डॉ नारायण इनाखिया ने कहा,मोहनगढ़ में ट्यूबवेल ड्रिलिंग के दौरान अचानक से जल का प्रवाह शुरू हो गया था। हालांकि ग्राउंड वॉटर के लिए ये सामान्य घटना है। यहां के लोगों को भूजल कन्फाइंड कंडीशन में मिलता है। जिसका मतलब है, भूजल की पहली परत के नीचे स्थित पानी की लेयर। दूसरी लेयर में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। जैसे ही इन लोगों पहली लेयर को तोड़ा तो पानी प्रेशर से बाहर आ गया। अब ये स्वता बंद हो गया है। हालांकि इस घटना के दूसरे कारण भी हो सकते है। जिसकी जांच की जा रही है।
टयुबवेल से बोरवेल मशीन बाहर निकलते हुए
अचानक ट्यूबवेल से पानी अपने आप आया
वैज्ञानिकों ने लिया सैंपल
फिलहाल के लिए वैज्ञानिकों ने पानी के आसपास का सैंपल लेकर शोध के लिए भेज दिया है। साथ ही आसपास के लोगों को जलधारा के पास जाने के लिए मना किया गया है। अधिकारियों का कहना है, जबतक घटना से जुड़ी शोध रिपोर्ट सामने नहीं आती है तबतक काम पर पाबंदी रहेगी। बता दें, इस घटना ने देशभर में सुर्खियां बंटोरी हैं। बोरवेल खुदाई के दौरान निकालने वाली पानी का प्रवाह इतना तेज था की ट्रक और बोरबेल मशीन समा गए। इतना ही आसपास स्थित घर आधे डूब गये। खैर,वैज्ञानिक इस घटनाक्रम के पीछे की वजह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।