भजनलाल सरकार का बड़ा कदम, खेल बजट में किया बड़ा इजाफा, जानें खिलाड़ियों को क्या मिलेंगे फायदे
राजस्थान सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए इस बार बड़े बजट का ऐलान किया है, जिससे युवा खिलाड़ियों को नए अवसर मिलेंगे। खेल मंत्रालय को ₹3,794.30 करोड़ का बजट दिया गया है, जिसमें खेलो इंडिया कार्यक्रम के लिए ₹1,000 करोड़ और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के लिए ₹450 करोड़ आवंटित किए गए हैं।

राजस्थान सरकार ने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इसी क्रम में सरकार ने एक बड़ा बजट भी दिया है, जिसकी वजह से प्रदेश में युवाओं को खेल में नए अवसर मिलेंगे। सरकार की इस पहल से स्कूली और जिला स्तर पर खेलों को बढ़ावा मिलेगा और इसमें ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाडी भाग ले सकेंगे।
सरकार ने खेल बजट में किया इजाफा
बता दें कि इस बार के केंद्रीय बजट 2025-26 में सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने युवा मामलों और खेल मंत्रालय को करीब 3,794.30 करोड़ का बजट दिया है, जबकि पिछले साल 3,232.85 करोड़ का बजट दिया है। इस बार ₹351.98 करोड़ अधिक का बजट दिया है। इस बजट का मुख्य उद्देश्य खेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ में युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना भी है।
खेलों इंडिया कार्यक्रम के आवंटित बजट
इस खेलो इंडिया कार्यक्रम के लिए ₹1,000 करोड़ का आवंटन किया गया है, इसके लिए सरकार ने पिछले साल ₹800 करोड़ आवंटित किए गए गए थे और इस बार ₹200 करोड़ ज्यादा दिए गए है। तो वहीं विभिन्न खेल महासंघों को ₹400 करोड़ आवंटित किए गए हैं और पहले ₹340 करोड़ का आवंटन किया गया है। इससे खेल संगठनों को बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं देने और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने पर मदद मिलेगी।
राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही मेरा युवा भारत (MYB) योजना को ₹82.48 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, इस योजना के अंतर्गत युवाओं को खेलों से जोड़ा जाता है। इससे युवाओं को खेल और फिटनेस गतिविधियों में शामिल होने के भी बेहतर मौके मिलेंगे। तो वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) को इस बार ₹450 करोड़ का बजट दिया गया था, सरकार ने इसी योजना के लिए पहले ₹250 करोड़ दिया है।
नए बजट से मिलेंगी कई सुविधाएं
इस बजट से ही खेलों के लिए नए स्टेडियम और प्रशिक्षण केंद्र बनाए जाएंगे और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं भी दी जाएंगी। इससे ग्रामीण और छोटे शहरों में छिपी हुई प्रतिभाओं को आगे आने में मदद मिलेगी और खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय ट्रेनिंग और कोचिंग देने में सहायता होगी।