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HMVP वायरस से राजस्थान में फैल रही दहशत, इस जिले से सामने आई एक और बड़ी खबर!

देशभर में HMVP वायरस के केस बढ़ने लगे हैं। अभी तक कुल मामलों की संख्या 9 है। जिनमें से राजस्थान से भी केस सामने आ चुका है। वहीं इससे जुड़ी एक और खबर प्रदेश से सामने आई है।

HMVP वायरस से राजस्थान में फैल रही दहशत, इस जिले से सामने आई एक और बड़ी खबर!

देश में HMVP वायरस के अब तक 9 केस सामने आ चुके हैं। बच्चों में इसके बढ़ते प्रकोप के चलते देश भर में टेंशन का माहौल है। वहीं जयपुर के जेके लोन अस्पताल से एक और बड़ी खबर निकल कर सामने आई है।

जेके लोन अस्पताल के डॉक्टर ने कही बड़ी बात

जयपुर के जेके लोन अस्पताल के डॉक्टर ने इस वायरस के प्रकोप को सामान्य बताया है। डॉक्टरों का ऐसा मानना है कि जिले में पिछले साल इससे जुड़े 60 केस पाए गए थे। इसलिए इस वायरस से घबराने की जगह सतर्क रहने की जरूरत है।

इस साल एक केस भी नहीं मिला

डॉक्टर ने जानकारी दी कि जेके लोन अस्पताल में हर साल एचएमपीवी से पीड़ित बच्चे देखे जाते हैं, लेकिन इस साल एक भी केस नहीं मिला । हालांकि स्थितियों को देखते हुए अस्पताल की ओर से दस बेड का आइसोलेशन वार्ड बना लिया गया है।

इस वार्ड में आठ बेड सामान्य और दो आइसीयू बेड हैं। इसके साथ ही सांस से संबंधित दिक्कतों से जूझ रहे बच्चों के इलाज के लिए ओपीडी शुरू की गई है। इसमें उन बच्चों को देखा जा रहा है, जिनमें वायरस से संबंधित लक्षण हैं।

कोटा से सामने आया था केस

ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस ने करीब तीन महीने पहले कोटा में दस्तक दी थी। 2 अक्टूबर को जेके लोन अस्पताल में 3 महीने के एक बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद 13 दिन तक उसका इलाज जारी रहा था।

डूंगरपुर में मामला आया सामने

डूंगरपुर में HMVP से संक्रमित होने का मामला सामने आया था। डूंगरपुर के साबला ब्लॉक में ढाई माह के बच्चे में इसकी पुष्टि हुई थी। ये देश में तीसरा संक्रमित केस  था। इस बच्चे को जुकाम, खांसी और बुखार की शिकायत थी, जिसपर परिजनों ने इसे गुजरात के ऑरेंज चिल्ड्रन अस्पताल में एडमिट करवाया था। वहीं 12 दिनों बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।

क्या है डॉक्टरों की सलाह

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ.कैलाश मीणा का कहना है कि हर साल इस वायरस के संक्रमित मिलते हैं, लेकिन वो जल्द ही ठीक भी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जुकाम, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत, निमोनिया, होठ नीले होना इसके लक्षण है। ऐसा पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इसके साथ ही संक्रमित को दूसरे बच्चों से अलग रखें।