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उदयपुर घूमने जाने का कर रहे हैं प्लान, तो जाने यहां के बेस्ट प्लेसेस की पूरी लिस्ट

उदयपुर, जिसे झीलों की नगरी भी कहा जाता है, राजस्थान का एक शाही शहर है, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। यहां के महल, झीलें, हवेलियां और बाजार हर किसी को आकर्षित करते हैं।

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राजस्थान के उदयपुर को राजा-महाराजाओं की नगरी कहा जाता है और यहां की राजशाही को महसूस करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस शहर में कई खूबसूरत महल हैं जिसको देखने वाले लोग इनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं। इस शहर को डेस्टिनेशन वेडिंग का हब भी कहा जाता है। यदि आप यहां घूमने आने वाले हैं तो हम आपको इस शहर के बेस्ट प्लेस के बारे में बताने जा रहे हैं।

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उदयपुर के केंद्र में स्थित पिछोला झील शहर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी झीलों में से एक है। इस झील का निर्माण 15वीं शताब्दी में महाराणा लाखा के राज्यकाल में एक बंजारे ने किया था, और महाराणा उदयसिंह द्वितीय ने इसका विस्तार किया था। इस झील में दो द्वीप हैं और जिसमें महल बने हुए हैं। पिछोला झील उदयपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से सिर्फ 3 किलोमीटर दूर पर ही बसा है।

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करणी माता मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यहां आने के लिए दो तरीके हैं, एक सीढ़ियों से और दूसरा आसान तरीका रोपवे का है। यह राजस्थान का पहला रोपवे है जिसको यहां के बिजनेसमैन कैलाश खंडेलवाल ने साल 2008 में बनवाया था। यदि आप करणी माता के मंदिर जाने का प्लान करें तो पहाड़ वाले बाबा के दर्शन जरूर करिए।

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उदयपुर का हाथी पोल बाजार शहर के पुराने बाजारों में से एक है। पर्यटकों को इस बाजार में आना काफी पसंद आता है। यहां पर आपको उदयपुर की फेमस हस्तशिल्प, मोजड़ी या जूती, बुटीक जैसी चीजें मिल जाएंगी। इसके साथ ही मिनिएचर पेंटिंग, लकड़ी के खिलौने, बंधेज के कपड़े, मार्बल की कलाकृतियां आदि भी खरीदने को आसानी से मिल जाती हैं।

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उदयपुर में आने वाले पर्यटक पिछोला झील के गणगौर घाट के दाहिनी ओर में स्थित बागोर की हवेली भी जरूर आते हैं। इस हवेली का निर्माण साल 1751 से 1781 ई. के बीच मेवाड़ के शासक के तत्कालीन प्रधानमंत्री अमर चन्द्र बडवा की देखरेख में हुआ था। यहां पर 100 से भी अधिक कमरे वाली हवेली बरसों से पुरानी विरासत को संभाल कर रखा हुआ है।

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फतेह सागर लेक उदयपुर की एक कृत्रिम झील है जिसका निर्माण 1680 के दशक में कराया गया था। इस कृत्रिम झील का पुनर्निर्माण महाराणा फतहसिंह द्वारा किया गया था। इस झील में एक टापू है जहां पर नेहरू उद्यान विकसित किया गया है। इसके अलावा इस झील में एक सौर वेधशाला भी है, और यह शहर का सबसे हॉट स्पॉट है।