'मां को ट्रोल मत करो, मैं देश के लिए जीता हूं'...अर्शद को बुलाना खेल भावना थी, नीरज चोपड़ा ने तोड़ी चुप्पी
Neeraj Chopra Statement: नीरज चोपड़ा ने अर्शद नदीम विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी। बोले- देश सर्वोपरि है, आतंकवाद के इस माहौल में अर्शद की भागीदारी रद्द कर दी गई।

ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने उस विवाद पर चुप्पी तोड़ी है, जो पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अर्शद नदीम को "नीरज चोपड़ा क्लासिक" में आमंत्रित करने को लेकर उठ खड़ा हुआ था। देशभर में इस आमंत्रण को लेकर गुस्से की लहर दौड़ गई और नीरज को सोशल मीडिया पर भारी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। लेकिन नीरज का जवाब आया है... बेहद शांत, पर पूरी ताकत के साथ।
'यह केवल एक खिलाड़ी की खिलाड़ी से अपील थी'
नीरज ने साफ किया कि अर्शद को बुलाना कोई राजनीतिक या राष्ट्रीय फैसला नहीं था। यह खेल की भावना से जुड़ा आमंत्रण था "एक एथलीट दूसरे एथलीट को बुला रहा था, पर देश के हालात को देखते हुए हमने उनकी भागीदारी रद्द कर दी है।"
मां को भी नहीं बख्शा गया
अपने बयान में नीरज ने यह भी बताया कि उनकी मां तक को ट्रोल किया गया। "एक खिलाड़ी के फैसले को पूरे परिवार तक लाना... यह गलत है," नीरज ने कहा।
'भारत मेरा धर्म है'
"मैं भारतीय हूं, और मेरा भारत ही मेरी पहली पहचान है। मैंने हमेशा अपने देश के लिए प्रदर्शन किया है और करता रहूंगा," नीरज का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
'आतंकी हमलों ने सब कुछ बदल दिया'
नीरज ने कहा कि हाल के आतंकी हमले बेहद पीड़ादायक हैं और इस माहौल में किसी भी तरह की खेल भागीदारी मुमकिन नहीं है।