राजस्थान के सांसद-विधायकों ने सिंधु जल समझौते को लेकर पीएम को लिखा पत्र, होने लगी ये चर्चा, जानिए क्या है पूरा मामला
सिंधु जल समझौते के करार को खत्म करने के बाद राजस्थान के विधायकों द्वारा भेजे गए पत्र में नदियों को पानी को मोड़ने की बात कही गई है। जोधपुर के ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने नेतृत्व में यह पत्र भेजा गया है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा कई बड़े कदम उठाए गए हैं। जिसमें सिंधु जल समझौता अहम है। इसके चलते पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, तो दूसरी ओर राजस्थान के विधायकों ने इसको लेकर मौका तलाश लिया है। जिसके बाद उन्होंने पीएम को लेटर लिखा है। क्या है पूरी बात? जानिए...
सिंधु जल समझौते को लेकर राजस्थान से आई अच्छी खबर
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते के करार को खत्म कर दिया है। जिसके चलते पाकिस्तान बौखला गया है। अब राजस्थान से इसको लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जिसमे कहा गया है कि सिंधु जल समझौता स्थगित होने के बाद पश्चिमी राजस्थान के लोगों को अब सिंधु नदी से पानी मिलने की उम्मीद है। इसी क्रम में पश्चिमी राजस्थान के सांसदों और विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक पत्र पीएम नरेन्द्र मोदी को भेजा है, जिसमें नदियों के पानी की मांग की गई है। सिंधु जल समझौता स्थगित होने के बाद पश्चिमी राजस्थान के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलने की उम्मीद है। ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने पीएम मोदी से मांग की है कि पाकिस्तान जाने वाले सिंधु, चिनाब, झेलम और उत्तरी भारत की सहायक नदियों के पानी को पश्चिमी राजस्थान के मारवाड़ के मरुस्थलीय जिलों में WRCP के तहत किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध करवाया जाए।
पीएम को भेजे गए लेटर में क्या लिखा गया है
सिंधु जल समझौते के करार को खत्म करने के बाद राजस्थान के विधायकों द्वारा भेजे गए पत्र में नदियों को पानी को मोड़ने की बात कही गई है। जोधपुर के ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने नेतृत्व में यह पत्र भेजा गया है। इसे लेकर भैराराम सियोल ने कहा पश्चिमी राजस्थान के जनप्रतिनिधियों, सांसदों व विधायकों ने हस्ताक्षरयुक्त पत्र पीएम नरेंद्र मोदी को लिखकर अनुरोध किया है। विधायक भैराराम सियोल ने कहा कि देश की मोदी सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने का साहसिक निर्णय लिया है।
इसी के साथ ही अब मारवाड़ के किसान भी उम्मीद भरी निगाह से देख रहे हैं। उत्तरी भारत की नदियों के पानी को मारवाड़ में लाया जाए। लेटर में भैराराम सियोल ने बताया कि पत्र में लिखा है कि यदि इन नदियों का पानी पश्चिमी राजस्थान के जिलों-जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, फलोदी, बालोतरा, सिरोही और डीडवाना-कुचामन तक लाया जाए तो यहां के किसानों की तकदीर ही बदल सकती है। अब देखना ये होगा कि इस मामले में सरकार का क्या रुख है।